पाकिस्तानी थल सेना ने आज (12 अक्टूबर) कहा कि पश्चिमी देशों के एक परिवार के पांच सदस्यों के अगवा होने के पांच साल बाद उन्हें छुड़ा लिया गया है। अफगान तालिबान से ताल्लुक रखने वाले आतंकवादियों ने उन्हें अगवा किया था। अमेरिका द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार पर बंधकों को छुड़ाया गया। पाकिस्तान थल सेना ने एक बयान में कहा कि सेना और आईएसआई ने पांचों बंधकों को आतंकवादियों की गिरफ्त से बरामद किया। इनमें एक कनाडाई नागरिक, उसकी अमेरिकी पत्नी और तीन बच्चे शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियां बंधकों का पीछा कर रही थीं और उनके ठिकाने की सूचना उस वक्त साझा की गई जब कल उन्हें कुर्रम कबायली जिला की सीमा से होते हुए पाकिस्तान ले जाया जा रहा था।
वहीं, वांशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान के चंगुल से बंधकों की रिहाई की सराहना की और अगवा दंपत्ति की पहचान कैटलन कोलेमैन और जोशुआ बायले के रूप में की। ट्रंप ने व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा, ‘‘बंधक रहने के दौरान कोलमैन ने दंपती के तीन बच्चों को जन्म दिया। आज वे लोग स्वतंत्र हैं।’’ गौरतलब है कि जोशुआ और कोलमैन को 2012 में अफगानिस्तान में अगवा कर लिया गया था। कोलमैन अपहरण के वक्त गर्भवती थी। समझा जाता है कि दंपत्ति के बंधक रहने के दौरान ही तीनों बच्चों का जन्म हुआ ।
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान के सुरक्षाबलों द्वारा अमेरिका से मिली खुफिया सूचना के आधार पर ये ऑपरेशन किया गया जो कामयाब रहा। पाक सेना के मुताबिक सभी बंधक सुरक्षित हैं और उन्हें अपने देश भेजने की तैयारी की जा रही है। पाकिस्तानी सेना ने आगे कहा कि इस ऑपरेशन की सफलता इंटेलिजेंस इनपुट को वक्त पर शेयर करने के महत्व को दर्शाता है इसके अलावा इससे आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ने के पाकिस्तान के समर्पण को भी दिखाता है।