पाकिस्तान द्वारा जमात- उद-दावा पर प्रतिबंध लगाने के बद यह आतंकी संगठन छोटे-छोटे प्रतिबंधित संगठनों के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के फिराक में है।खुफिया एजेंसी के सूत्रों की मानें तो लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन जमात-उद-दावा टेरर फंडिंग और मनी लॉड्रिंग करने के लिए अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

हाफिज सईद को हाल ही में गुंजरेवाला वाला में काउंटर टेररिज्म पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसे आतंक का वित्तपोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। सईद साल 2008 में हुए मुंबई धमाके का मास्टमाइंड है। इस हमले में 160 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। बता दें कि हाफिज सईद की गिरफ्तारी और उसके संगठन पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई, पेरिस की वित्तीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की चेतावनी के बाद हुई।

[bc_video video_id=”6060155236001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]

बता दें कि  पिछले दिनों फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था।इसके अलावा पाकिस्तान के लिए चेतावनी जारी की गई थी कि अगर पाकिस्तान सितंबर तक आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम नहीं उठाता है तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। ग्रे लिस्ट में शामिल होने से पाकिस्तान को 10 अरब डॉलर का नुकसान पहले ही हो चुका है।