ब्रिटेन के युरोपीय संघ से बाहर होने पर शुक्रवार (24 जून) को मुहर लग गई। ब्रिटेन के इस फैसले ने दुनिया भर के बाजार में ऐसी हलचल मचाई कि स्टॉक मार्केट को पूरे 2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हो गया। यह नुकसान पिछले 31 सालों में सबसे बड़ा नुकसान है। स्टॉक मार्केट को इतना भयानक नुकसान इसमें पैसा लगाने वाले लोगों की वजह से ही हुआ है। जैसे ही लोगों ने सुना कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से बाहर हो गया है, तो लोगों ने अपना पैसा सुरक्षित करने के लिए मार्केट से पैसा निकालकर या तो उसका सोना खरीद लिया या फिर सरकारी बॉन्ड बनवा लिए।

Read Also: यूरोपीय संघ (EU) से अलग हुआ ब्रिटेन, भारत पर क्या होगा असर, जानिए

माना जा रहा है कि इस नुकसान की भरपाई करने के लिए अब यूएस का US Federal Reserve बैंक ब्याज की दरों को बढ़ा देगा। इसके साथ ही तमाम दुनिया के मुख्य बैंक भी कोई नई पॉलिसी ला सकते हैं।

Read Also: ब्रिटेन में रायशुमारी के नतीजों से टूटा रुपया, IT कंपनियों को फायदा बाकी सब को नुकसान, जानिए क्‍यों

ब्रिटेन के इस कदम ने सबसे ज्यादा नुकसान उन लोगों को पहुंचाया जिन्हें लग रहा था कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ का हिस्सा बना रहेगा। अब यूरोपीय मार्केट के वही लोग अपने शेयर्स सस्ते में बेच रहे हैं। इन लोगों को डर है कि इस वोटिंग की वजह से कोई और देश भी 28 देश के यूरोपीय संघ के ग्रुप से निकलने के लिए जनमत संग्रह करवा सकता है।

ब्रिटेन के अलग होने के बाद यूरोप के फ्रैंकफर्ट और पैरिस दोनों की मार्केट 7 से 8 प्रतिशत गिर गई। इसके साथ ही इटली और स्पेन की मार्केट ने 12 प्रतिशत की गिरावट देखी।