जर्मन पुलिस का मानना है कि जर्मनी के एसेन शहर में एक गुरुद्वारे में विस्फोट के पीछे मुस्लिम आतंकवादियों का हाथ है। एसेन के पुलिस आयुक्त फ्रैंक रिक्टर ने गुरुवार (21 अप्रैल) को बताया कि हिरासत में लिए गए दो किशोरों के साथ पूछताछ के बाद जांचकर्ताओं का मानना है कि विस्फोट ‘‘इस्लामवादी परिदृश्य के धर्म प्रेरित आतंक’’ था। शादी के एक कार्यक्रम के दौरान विस्फोट ने गुरुद्वारे के प्रवेश कक्ष को तबाह कर दिया। इसके चलते इमारत के कुछ हिस्से तबाह हो गए और ग्रंथी समेत तीन लोग घायल हो गए।
नॉर्थ राइन वेस्टफालिया के गृह राज्य मंत्री राल्फ जागर ने विस्फोट की ‘‘इस्लामी पृष्ठभूमि’’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह जानने के लिए गहन जांच की जानी चाहिए कि दोनों युवक आतंकवाद में किस हद तक दीक्षित हुए हैं। जागर ने कहा कि यह बिल्कुल नई बात है कि इस देश में सिख समुदाय आतंकवादी हमले का शिकार बना है।
रिक्टर ने एसेन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक खास समूह के साथ दोनों संदिग्धों का रिश्ता जांच के मौजूदा चरण में स्थापित नहीं किया जा सकता। जर्मन टीवी नेटवर्क एआरडी ने गुरुवार (21 अप्रैल) को अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों में से एक की पहचान यूसुफ टी के रूप में की गई है। वह आईएस समर्थक है और जांचकर्ता उसे हमले का मुख्य संदिग्ध मान रहे हैं।
रिक्टर ने बताया कि तकरीबन 70 पुलिस अधिकारी हमले की पूरी पृष्ठभूमि छानने के लिए दिन रात लगे हैं। हमले से जुड़े ढेर सारे साक्ष्य मिले हैं। पुलिस अधिकरी उन्हें खंगाल रहे हैं। उन्होंने सिख समुदाय को भरोसा दिलाया कि वे खुद को शहर में सुरक्षित महसूस कर सकते हैं और प्रशासन उनकी सुरक्षा के लिए सब कुछ करेगा।