G20 meet: G-20 की सफलता देख पाकिस्तान बौखला गया है। उसने एक बार फिर से कश्मीर राग अलापा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ‘भारत की बर्बरता’ पर आंखें बंद कर ली हैं। पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जरदारी ने सोमवार को कश्मीर को लेकर अतंरराष्ट्रीय समुदाय पर आरोप लगाया। बिलावल भुट्टो ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत की बर्बरता पर आंख मूंद ली गई है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, ‘अल्पकालिक हितों के लिए हमेशा से चले आ रहे सिद्धांतों का बलिदान करना बुद्धिमानी नहीं है।’

बिलावल भुट्टो जरदारी यहीं शांत नहीं हुए। जरदारी ने आगे कहा कि आज मैं दुनिया से पूछना चाहता हूं कि क्या किसी देश को संयुक्त राष्ट्र की अपनी प्रतिबद्धताओं से मुकरने की अनुमति दी जा सकती है, खुद किए वादों को तोड़ने और अंतरराष्ट्रीय कानून का खुलेआम उल्लंघन करने की अनुमति सिर्फ इसलिए दी जा सकती है, क्योंकि वो देश ऐसा चाहता है। मुझे यहां यह कहना ही चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत हमारी प्रतिबद्धताएं पवित्र हैं। वे न तो किसी राष्ट्रवादी राजनीतिक दल की सनक के अनुसार बदलते हैं और न ही समय बीतने के साथ कमजोर पड़ते हैं।’

भारत G-20 अध्यक्षता का गलत इस्तेमाल कर रहा: बिलावल भुट्टो

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि भारत कश्मीर में बैठक की मेजबानी करने G-20 अध्यक्ष रूप में अपनी स्थिति का गलत इस्तेमाल कर रहा है। जरदारी ने कहा कि यह विश्व के मंच पर भारत के अहंकार का प्रदर्शन है। उन्होंने जी-20 में शामिल हो रहे यूरोपीय देशों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यूरोप की बात आती है तो ये देश अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लेकर कड़ा रुख अपनाते हैं, लेकिन वही देश कश्मीर के मामले में उसी अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन पर आंखें बंद कर रहे हैं।

बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान के लिए कश्मीर के मुद्दे का समाधान पसंद का नहीं, बल्कि कर्तव्य का विषय है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, ‘आज यहां मेरी उपस्थिति हमारे देश के पीढ़ी दर पीढ़ी समर्थन और कश्मीर मुद्दे के प्रति स्थायी प्रतिबद्धता का सबूत है।’

जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक से बौखलाया पाकिस्तान

बता दें, श्रीनगर में सोमवार को जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीन दिवसीय बैठक शुरू हुई। जिसकी चर्चा जोरों पर है। पाकिस्तान ने बहुत कोशिश की कि सदस्य देश कश्मीर में आयोजित बैठक में हिस्सा न लें, लेकिन दो-चार देश को छोड़कर सभी इसमें शामिल हो रहे हैं। इसे लेकर पाकिस्तान बौखला गया है और अब बैठक में शामिल हो रहे देशों की आलोचना पर उतर आया है। जी-20 के सदस्य देश सऊदी अरब, तुर्की और चीन को छोड़ दें तो बाकी अन्य 17 देश कश्मीर में आयोजित हो रही जी-20 की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। कश्मीर में G-20 की बैठक की सफलता देख पाकिस्तान खफा नजर आ रहा है।