अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 2020 में हुए चुनाव में जॉर्जिया में अपनी हार को अवैध तरीके से पलटने की साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पूर्व राष्ट्रपति के खिलाफ यह चौथा आपराधिक मामला है। दूसरी बार उन पर चुनाव के नतीजों को पलटने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। ट्रंप के अलावा इस मामले में 18 और लोगों को आरोपी बनाया गया है।
उधर ट्रंप ने कहा कि जॉर्जिया में उनके खिलाफ लगाए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि इस केस को उनके राजनीतिक अभियान के बीच में दायर किया गया है। जबकि यह तीन साल पहले लगाया जा सकता था। उनका कहना है कि वो लोकप्रिय हैं इस वजह से केसों में फंस रहे हैं।
फुल्टन काउंटी की ग्रैंड जूरी की जांच के बाद दर्ज मुकदमे में कहा गया है कि ट्रंप समेत सारे आरोपी चुनावी नतीजों को पलटने की साजिश में शामिल रहे थे। फुल्टन काउंटी की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी फानी विलिस ने कहा कि 19 आरोपियों के पास 25 अगस्त की दोपहर सरेंडर करने का वक्त है। ट्रंप के मुकदमे में सुनवाई अगले छह महीने में शुरू हो सकती है। ग्रैंड जूरी ने दो साल तक चली जांच के बाद ट्रंप पर केस दर्ज किया है।
फोन कॉल की जांच के बाद दर्ज हुआ केस
ट्रंप के खिलाफ यह जांच जनवरी 2021 में शुरू हुई थी। ग्रैंड जूरी के निशाने पर वो फोन कॉल थी जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति ने कहा था कि जॉर्जिया में रिपब्लिकन पार्टी के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जो बाइडन को हराने के लिए जरूरी 11,780 वोट दिलाने में उनकी मदद कर सकते हैं।
कैपिटल हिल्स हिंसा के साथ पोर्न स्टार को पैसे देने के भी आरोपी हैं ट्रंप
ट्रंप के खिलाफ अति गोपनीय दस्तावेज अपने पास रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। उन पर जुलाई में मार-ए-लागो एस्टेट आवास की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने का भी आरोप है। गोपनीय दस्तावेज मामले में ट्रंप पर 40 आरोप हैं।
पूर्व राष्ट्रपति पर यूएस कैपिटल में हिंसा के जरिये 2020 के चुनाव नतीजों को पलटने के लिए काम करने का भी आरोप है। ट्रंप विवाहेतर यौन संबंध के आरोपों को छिपाने के लिए 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान गुपचुप तरीके से पैसे देने के दोषी ठहराए गए थे। इसके अलावा न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेतिशिया जेम्स ने ट्रंप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने संपत्तियों को लेकर बैंकों व टैक्स अथॉरिटी को गुमराह किया है।