Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) का निधन हो गया। पाकिस्तान की जियो न्यूज ने इस बारे में जानकारी दी। जियो न्यूज के मुताबिक, जनरल मुशर्रफ ने लंबी बीमारी के बाद रविवार को दुबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।

लंबी बीमारी के बाद Pervez Musharraf का निधन

पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, जनरल परवेज मुशर्रफ का लंबे समय से इलाज दुबई के एक अमेरिकी अस्पताल में चल रहा था। मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक मुशर्रफ अमाइलॉइडोसिस बीमारी से जूझ रहे थे। वे 79 साल के थे। मुशर्रफ मार्च 2016 में इलाज कराने के लिए दुबई गए थे, तब से वह वहीं अपना इलाज करा रहे थे। लंबी बीमारी के दौरान वो कई बार वेंटिलेटर पर रहे।

मुशर्रफ कई महीनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके परिवार ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा था कि वे अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। अब रिकवरी की भी कोई गुंजाइश बाकी नहीं है।

India में हुआ था जन्म

परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। 1947 में उनके परिवार ने पाकिस्तान जाने का फैसला किया। विभाजन के महज कुछ दिन पहले ही उनका पूरा परिवार पाकिस्‍तान पहुंचा था। उनके पिता सईद पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय के साथ जुड़े। उनके पिता का तबादला पाकिस्‍तान से तुर्की हुआ, 1949 में जनरल मुशर्रफ सपरिवार तुर्की चले गए। 1957 में इनका पूरा परिवार फिर पाकिस्‍तान लौट आया।

भारत के खिलाफ छेड़ा था Kargil War

पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ की स्‍कूली शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक स्‍कूल में हुई और कॉलेज की पढ़ाई लहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज में हुई। कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद 21 साल की उम्र परवेज मुशर्रफ ने बतौर जूनियर अफसर पाकिस्तानी आर्मी जॉइन कर ली। उन्होंने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ये युद्ध पाकिस्तान हार गया पर बहादुरी से लड़ने के लिए पाक सरकार की ओर से मुशर्रफ को मेडल दिया गया।

तख्तापलट कर खुद बन गए थे Pakistan के राष्ट्रपति

1971 के युद्ध में भी मुशर्रफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बिना बताए भारत के खिलाफ कारगिल युद्ध की शुरुआत की थी। उन्होंने सेनाध्यक्ष रहते तख्तापलट कर पाकिस्तान में मार्शल लॉ भी घोषित किया था। मुशर्रफ ने 1999 में उस वक्त सैन्य तख्तापलट किया जब नवाज शरीफ श्रीलंका में थे। बाद में उन्होंने खुद को पाकिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को फांसी की सजा सुनाई गई है।