जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी सोमवार (एक जुलाई, 2019) को मनी लॉन्ड्रिंग के एक और मामले में गिरफ्तार कर लिए गए। नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) ने उन्हें पार्क लेन संपत्ति मामले को लेकर दबोचा है। ‘एआरवाई न्यूज’ के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि आरोप है कि जरदारी पार्क लेन संपत्ति में शेयरधारक के तौर पर पैरेथॉन नाम से फर्जी कंपनी चला रहे थे।
जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर लाखों डॉलर के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो जुलाई तक नैब की हिरासत में हैं। ‘पीटीआई-भाषा’ की एक रिपोर्ट में नैब के हवाले से कहा गया कि दोनों ने कथित फर्जी बैंक खातों के जरिए से 15 करोड़ रुपए का लेन-देन किया था।
नैब जांचर्किमयों का मानना है कि मंगलवार (दो जुलाई) को खत्म होने वाली जरदारी की हिरासत अदालत ने नहीं बढ़ाई तो उन्हें दूसरे विकल्प की जरूरत होगी और नैब की हिरासत में रखने के लिए पार्क लेन मामले में गिरफ्तारी वारंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति जरदारी (63) को इस बार पार्क लेन मामले में गिरफ्तार किया गया है जो लंदन में कथित संपत्तियों से जुड़ा है। जरदारी, 2007 में भुट्टो की हत्या के बाद पीपीपी के सह अध्यक्ष बने थे। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से अपना अंतरिम जमानत आवेदन वापस लेने के बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है।
जरदारी ने कहा कि उन्होंने अपनी अर्जी इसलिए वापस ले ली क्योंकि यदि उन्हें जमानत मिल जाती तो एनएबी उन पर और फर्जी मामले लाद देती।