पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान 28 अक्टूबर से ‘हकीकी आजादी’ मार्च निकाल रहे हैं। उन्होंने सरकार से मध्यावधि चुनाव कराने की मांग की है। इसी बीच इमरान खान पर ISI चीफ ने तीखी टिप्पणी की है और गद्दारी का आरोप लगाया है। ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद ने कहा कि इमरान ने अपनी सरकार बचाने के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को एक खास प्रस्ताव दिया था।

मार्च से पहले लगे घड़ी चोर के नारे

इमरान खान ने मौजूदा सरकार के खिलाफ मार्च का ऐलान 27 मार्च को किया था। उन्हें अलग अलग मोर्चों पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें नया वाकया गुरुवार को घटा। लाहौर बार एसोसिएशन की विजिट के दौरान उनकी मौजूदगी में उनके खिलाफ घड़ी चोर के नारे लगाए गए।

हालांकि इस विरोध प्रदर्शन पर इमरान खान की तरफ से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई लेकिन भीड़ द्वारा घड़ी चोर के नारे लगाए जाने और भीड़ द्वारा घेरे जाने के बाद वो काफी असहज दिखाए दिए और वहां से तुरंत निकल गए।

आपको बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने तोशखाना मामले में इमरान खान को अयोग्य करार देते हुए 5 सात तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन इसके बाद भी इमरान खान देश में चुनाव कराए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।

इमरान खान (Imran Khan) हकीकी मार्च (Hakiki March) के जरिए मौजूदा सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें वो अपनी पार्टी के नेताओं और समर्थकों के साथ सुबह 11.30 पर लाहौर के लिबर्टी चौक पर इकट्ठा होकर मार्च की शुरुआत करके इस्लामाबाद की तरफ कूच करेंगे।

Hakiki March को लेकर इमरान खान की तरफ से कहा गया है हम किसी भी प्रकार की हिंसा करने के लिए इस्लामाबाद नहीं जा रहे। हम किसी तरह का कोई कानून नहीं तोड़ेंगे और न ही हम हाई सिक्योरिटी वाले रेड जोन में प्रवेश करेंगे। हम सिर्फ इस्लामाबाद में उन जगहों पर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे जिन जगहों को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से विरोध प्रदर्शन के लिए चिन्हित किया गया है।