चीन ने अपने महत्वाकांक्षी मिशन के तहत एक आम नागरिक को अंतरिक्ष में भेजा है। दो अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के साथ एक प्रोफेसर छह माह के लिए अंतरिक्ष में भेजे गए हैं। ये पहली बार है जब कोई आम नागरिक अंतरिक्ष में जा रहा है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। तीनों छह माह तक वहां रहेंगे। चीन ने पहली बार 2003 में अंतरिक्ष में अपने वैज्ञानिक को भेजा था। इससे पहले केवल रूस और अमेरिका ही ऐसा कर सके थे।

बीजिंग में बेइहांग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गुई हाइचाओ इन तीन अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं जिन्हें पेलोड विशेषज्ञ माना जाता है। अन्य अंतरिक्ष यात्रियों में मिशन के कमांडर जिंग हैपेंग हैं, जो रिकॉर्ड चौथी बार अंतरिक्ष में जाने वाले पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री बनकर इतिहास रचने जा रहे हैं। वहीं अंतरिक्ष यात्री उड़ान इंजीनियर झू यांगझू अंतरिक्ष की अपनी पहली यात्रा कर रहे हैं।

चीन ने मंगलवार को शेनझोउ-16 मानवयुक्त अंतरिक्ष यान का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया और अपने अंतरिक्ष स्टेशन में मिशन के लिए पहली बार एक आम नागरिक सहित तीन अंतरिक्ष यात्रियों को रवाना किया। इसे देश के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक और बड़ा कदम माना जा रहा है। अंतरिक्ष केंद्र में मौजूद चालक दल को दूसरी बार बदलने के लिए इस मिशन को चलाया जा रहा है।

10 मिनट बाद शेनझोउ-16 रॉकेट से अलग होकर अपनी कक्षा में गया

चाइना मैन्ड स्पेस एजेंसी (सीएमएसए) के अनुसार लॉन्ग मार्च-2 एफ कैरियर रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष यान को उत्तर-पश्चिम चीन में जियुक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से सुबह नौ बजकर 31 मिनट (चीन के समयानुसार) पर प्रक्षेपित किया गया। सीएमएसए के अनुसार प्रक्षेपण के करीब 10 मिनट बाद शेनझोउ-16 रॉकेट से अलग होकर अपनी निर्धारित कक्षा में प्रवेश कर गया। चालक दल के सदस्य ठीक हैं और प्रक्षेपण पूरी तरह सफल रहा।

तियान्हे मॉड्यूल में प्रवेश करेंगे शेनझोऊ-16 पर सवार तीनों अंतरिक्ष यात्री

अंतरिक्ष यान के प्रक्षेपण के कुछ घंटे बाद यह सफलतापूर्वक जमीन से करीब 400 किलोमीटर ऊपर अंतरिक्ष स्टेशन के कोर मॉड्यूल में पहुंच गया। इसके बाद शेनझोऊ-16 पर सवार तीनों अंतरिक्ष यात्री तियान्हे मॉड्यूल में प्रवेश करेंगे और शेनझोऊ-15 मिशन के तीनों अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर अपनी वापसी के लिए तैयार हैं। अंतरिक्ष में सैन्य कर्मी ही इस तरह के अभियान पर जाते रहे हैं।