अल कायदा सरगना जवाहिरी का शिकार कोई एक दो दिनों की कहानी नहीं है। रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने महीनों से उस पर बाज की तरह नजर रखी हुई थी। सही मौका का इंतजार था और जैसे ही वो लम्हा आया एजेंसी के जाबांज जवानों ने एक झटके में जवाहिरी का काम तमाम कर दिया। कुछ वैसे ही अंदाज में जैसे लादेन का किया गया।
जवाहिरी की तलाश करना और उसके बारे में सटीक जानकारी हासिल कर उसका सफाया करना आसान नहीं था। सीआईए अधिकारी ने बताया है कि आखिर कैसे जवाहिरी को मारने का प्लान तैयार किया गया और कैसे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। रिपोर्ट्स की मानें एक सीआईए ने बताया कि कई सालों से वाशिंगटन एक ऐसे नेटवर्क से वाकिफ था जो 71 वर्षीय आतंकवादी अल-जवाहिरी का समर्थन कर रहा था।
सीआईए अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद के दौर में सीआईए अधिकारियों ने अल-कायदा की उपस्थिति पर नजर रखनी शुरू की तो पता चला था कि जवाहिरी अपनी पत्नी, बेटी और पोते के साथ काबुल में एक गुप्त और सुरक्षित ठिकाने पर रह रहा है। पिछले कई महीने से सीआईए के खुफिया अधिकारी जवाहिरी की दिनचर्या देख रहे थे। उन्होंने देखा कि जवाहिरी का एक पैटर्न है। वो समझता है कि जहां वो रहता है, वो इलाका काफी ज्यादा सुरक्षित है।
उसे लगता था कि उसके घर तक कोई पहुंच नहीं सकता है। तमाम जानकारियां जुटाने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन समेत बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को अल जवाहिरी के बारे में जानकारी दी। उसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने थिंकटैंक से मशविरा किया। अमेरिकी अधिकारियों ने बाइडेन को आश्वस्त किया कि इमारत को बिना कोई नुकसान पहुंचाए और आसपास के लोगों को बिना खरोंच पहुंचाए भी अल-जवाहिरी का सफाया किया जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 25 जुलाई को एक अंतिम बैठक हुई। उसके बाद राष्ट्रपति ने हवाई हमले की मंजूरी दे दी। 31 जुलाई को सुबह 7 बजकर18 मिनट पर ऑपरेशन को अंजाम दे दिया गया। सीआईए के ड्रोन ने घर की बालकनी पर खड़े जवाहिरी का खात्मा कर डाला। जवाहिरी तालिबान के मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के घर में रह रहा था। उसे अमेरिकी रीपर ड्रोन से दागी गई निंजा मिसाइल से मारा गया है। घोषणा सोमवार रात को की गई थी।
ध्यान रहे कि 2011 के बाद अल-कायदा को ये सबसे बड़ा झटका है। तब ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में अमेरिकी विशेष बलों ने मारा था। अब इस आतंकवादी संगठन ने ओसामा बिन लादेन के उत्तराधिकारी अयमान अल-जवाहिरी को खो दिया है।