फ्लोरिडा के ओरलैंडो स्थित एक ‘गे क्लब’ में हथियारों से लैस एक हमलावर ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं और कुछ लोगों को बंधक बना लिया। ओरलैंडो के मेयर के मुताबिक इस हमले में करीब 50 लोग मारे गए जबकि 53 लोग घायल हुए हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का सबसे भयावह गोलीबारी कांड बताया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, हमलावर अफगान मूल का अमेरिकी नागरिक था।

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ओरलैंडो के मेयर बडी डेयर ने संवाददाताओं से कहा कि हमने भवन को साफ कर लिया है और बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमलावर के अलावा 50 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि 53 अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। फ्लोरिडा की घटना के बारे में जांच संबंधी सभी सूचनाएं राष्ट्रपति बराक ओबामा को उनके आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद-निरोधी सहायक दे रहे हैं।

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एफबीआइ अधिकारी रोनाल्ड हॉपर ने संवाददाताओं को बताया कि अधिकारियों को पूरा विश्वास है कि क्षेत्र में या अमेरिका को फिलहाल कोई खतरा नहीं है। हालांकि अपराध की गंभीरता को देखते हुए ओरलैंडो के मेयर ने शहर में आपात स्थिति घोषित कर दी है और फ्लोरिडा सरकार से पूरे राज्य में ऐसे ही कदम उठाने का अनुरोध किया है। संघीय सरकार ने जांच में अपनी ओर से पूर्ण सहयोग की पेशकश की है।

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हालांकि पुलिस ने अभी तक हमलावर की औपचारिक पहचान नहीं की है, लेकिन अमेरिकी टीवी चैनलों ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से उसका नाम उमर मतीन बताया है। अफगान माता-पिता के पुत्र उमर का जन्म 1986 में हुआ और वह ओरलैंडो से कुछ दूर फ्लोरिडा के पोर्ट सेंट लुसी में रहता था। खबरों के अनुसार, हमले के बाद पुलिस मुठभेड़ में मारे गए उमर का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था।

एफबीआइ अधिकारी हॉपर ने कहा कि अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं कि क्या संदिग्ध का ‘झुकाव’ इस्लामिक चरमपंथ की ओर था? फ्लोरिडा के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करने के लिए एक स्थानीय इस्लामी नेता को बुलाया है ताकि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ किसी प्रकार का गुस्सा फूटने से रोका जा सके।

ओरलैंडो के गे नाइटक्लब ‘पल्स ओरलैंडो’ में गोलीबारी से लेकर पुलिस मुठभेड़ में हमलावर के मारे जाने तक का पूरा घटनाक्रम करीब तीन घंटे का रहा। रात करीब दो बजे, क्लब बंद होने वाला था लेकिन उसी दौरान वहां संगीत के साथ-साथ गोलियों की आवाज गूंजी। पुलिस का कहना है कि भारी हथियार और एक बंदूक से लैस हमलावर ने गोलियां चलाईं।

पुलिस प्रमुख जॉन मिना ने कहा कि क्लब में ‘एक्सट्रा ड्यूटी’ कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और जल्दी ही दो अन्य अधिकारी उनकी मदद क लिेए आ जुटे। दोनों पक्षों में मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इसी बीच हमलावर क्लब के भीतर घुस गया और वहां और गोलियां चलाने लगा। यह बंधक वाली स्थिति में बदल गया।

उन्होंने कहा कि सुबह करीब पांच बजे, अंदर मौजूद बंधकों को छुड़ाने का फैंसला लिया गया। मिना ने कहा कि पुलिस ने विस्फोटक और बख्तरबंद गाड़ी ‘बीयरकैट’ की मदद से क्लब की दीवार गिराई और अंदर घुसे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में करीब 30 लोगों को बाहर निकाला गया। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि हादसे में मारे गए सभी लोग हमलावर की गोलियों से मरे हैं, या फिर मुठभेड़ के दौरान पुलिस द्वारा चलाई गई गोलियों ने भी लोगों की जान ली है। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब अमेरिका में ‘गे प्राइड’ महीना मनाया जा रहा है।