अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रूस से सांठगांठ करने के मामले में स्पेशल काउन्सल का कहना है कि फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने बहुत जल्दबाजी में काम किया। एजेंसी ने बगैर ज्यादा हाथ पैर मारे डोनाल्ड ट्रम्प को कटघरे में खड़ा कर दिया। ये गलत प्रोसेस था। ट्रम्प पर ऐसा आरोप है कि उन्होंने 2016 के प्रचार अभियान में रूस के साथ सांठगांठ की थी। डरहम को अटार्नी जनरल बिल बर्र ने ट्रम्प की रूस से सांठगांठ के मामले की जांच करने को कहा था। वो पिछले चार सालों से अपने मिशन पर काम कर रहे थे।

अमेरिका के स्पेशल काउन्सल जॉन डरहम ने कहा कि एफबीआई ने रूस और डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के प्रचार के लिए 2016 के अभियान के बीच संबंधों की जांच करने में जल्दबाजी की। एजेंसी ने अपुष्ट सूचनाओं पर बहुत ज्यादा भरोसा किया। उन्होंने चार साल की मशक्कत के बाद इस मामले की जांच पूरी कर ली है। खास बात है कि ट्रम्प और उनके सहयोगियों ने दावा किया था कि स्पेशल काउन्सल की रिपोर्ट के बाद खुफिया अधिकारियों द्वारा व्यापक पैमाने पर किए गए गलत कार्यों का पर्दाफाश हो जाएगा।

डरहम ने 300 पेजों की रिपोर्ट में एफबीआई की भूमिका पर उठाए सवाल

डरहम ने 300 पेजों की रिपोर्ट में एफबीआई और न्याय विभाग द्वारा उठाए गलत कदमों का जिक्र किया है। डरहम ने अपनी रिपोर्ट में अपुष्ट सूचना के आधार पर जांच शुरू करने के लिए एफबीआई की आलोचना करते हुए कहा कि यह जांच बहुत जल्दबाजी में की गयी। इसमें कहा गया है कि जांचकर्ताओं ने बार-बार पूर्वाग्रहों पर भरोसा किया और सबूतों को नजरअंदाज किया।

रिपोर्ट के बाद भड़के ट्रम्प, बोले- उनके साथ हुआ था षडयंत्र

खास बात है कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है जब ट्रम्प फिर से राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी बनने की दावेदारी कर रहे हैं। रिपोर्ट जारी होने के बाद रिपब्लिकन सदन न्यायिक समिति के अध्यक्ष जिम जॉर्डन ने कहा कि उन्होंने डरहम को अगले सप्ताह गवाही के लिए बुलाया है। ट्रम्प ने दावा किया कि यह रिपोर्ट दिखाती है कि उनके साथ किस तरह का षडयंत्र किया गया था।