Ballistic Missile: उत्तर कोरिया ने बुधवार को तीन छोटी दूरियों की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसके बाद सियोल ने दक्षिण कोरियाई द्वीप के लिए एक हवाई हमले की चेतावनी दी है। दक्षिण कोरिया ने कहा कि पहली बार उत्तर कोरिया की दागी गई एक बैलिस्टिक मिसाइल विवादित समुद्री सीमा के दक्षिण में और दक्षिण कोरिया के क्षेत्रीय समुद्री सीमा के करीब आई थी।

डायरेक्टर ऑफ ऑपरेशंस कांग शिन-चुल ने मीडिया से बातचीत में बताया, “उत्तर कोरियाई का मिसाइल प्रक्षेपण बहुत ही असहज और स्वीकार करने के लायक नहीं है क्योंकि यह पहली बार उत्तरी सीमा रेखा के दक्षिण में दक्षिण कोरियाई क्षेत्रीय समुद्री सीमा के पास गिरी है।” संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि उल्लुंगडो द्वीप के लिए एक हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई थी, जिसे नेशनल टेलीविजन पर दिखाया गया था और निवासियों से वहां की नजदीकी बंकरों को खाली करने को कहा था। जेसीएस ने एक बयान में कहा, “उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर की ओर तीन छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं”

दक्षिण कोरिया ने बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने इस लॉन्चिंग को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक बुलाई, जिसे विश्लेषकों ने कई वर्षों में सबसे आक्रामक धमकियों में से एक बताया। जापान ने भी संदिग्ध उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण की पुष्टि की, जिसमें तटरक्षक चेतावनी वाले जहाजों को ध्यान रखना है। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया है, “जैसा कि हम कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव को देखते हैं, मैं जल्द से जल्द एक राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक आयोजित करना चाहता हूं।”

प्योंगयांग का अभ्यास अक्रामकः उत्तर कोरिया

प्योंगयांग का नवीनतम प्रक्षेपण सियोल और वाशिंगटन के अपने सबसे बड़े संयुक्त हवाई अभ्यास के रूप में आता है, जिसे “विजिलेंट स्टॉर्म” कहा जाता है। इसमें दोनों पक्षों के सैकड़ों फाइटर जेट शामिल होते हैं। बुधवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया के एक हाई रैंक के अधिकारी पाक जोंग चोन ने कहा कि प्रैक्टिस काफी एग्रेसिव और आक्रामक और भड़काऊ था।