पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट द्वारा पैदा किए गए खतरे का उन्मूलन करने के लिए चलाए जा रहे आतंकवाद रोधी अभियान के तहत यहां इस आतंकी संगठन के 17 संदिग्ध सदस्यों या रंगरूटों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक इंजीनियर और एक आइटी विशेषज्ञ भी शामिल है। एक पुलिस सूत्र ने रविवार को यहां बताया कि पिछले कुछ दिनों में लाहौर के विभिन्न हिस्सों से आइएस के 17 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आइटी विशेषज्ञ अहमद रिजवान और इंजीनीयर तल्हा को अवान कस्बे से गिरफ्तार किया गया। उनके साथी उस्मान मलिक से मिली सूचना के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।

मलिक और दो अन्य को लाहौर के शाम नगर इलाके से पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। आतंकवाद रोधी अधिकारियों ने पाकिस्तान में दुर्दांत आतंकी संगठन के कथित समर्थकों और कार्यकर्ताओं को पकड़ने के लिए सिलसिलेवार छापेमारी की थी। सूत्र ने बताया कि एक अन्य गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान कामरान गुज्जर के रूप में की गई है जो आइएस में लोगों को भर्ती करने का काम करता है।

उन्होंने बताया कि कामरान, उसकी पत्नी और साली एक एनजीओ चला रहे थे और अपने संगठन में महिलाओं की भर्ती कर रहे थे। संदिग्धों को पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। लाहौर पुलिस के उप महानिरीक्षक हैदर अशरफ ने कहा कि आइएस संदिग्धों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।

इससे पहले पंजाब के विभिन्न हिस्सों से कथित तौर पर आईएस से जुड़े 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं। पंजाब के कानून मंत्री राणा सनालुल्ला के मुताबिक मध्यपूर्व में इस आतंकी संगठन के उभरने के बाद से करीब 100 पाकिस्तानी आइएस में शामिल होने के लिए सीरिया और इराक गए हैं। पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से अपने यहां आइएस की मौजूदगी से इनकार किया है।