बकरीद से पहले मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सीसी ने अल-जजीरा के दो पत्रकारों की जेल की सजा माफ कर दी। इसके अलावा प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड को समर्थन देने और विवादित प्रतिवाद कानून के उल्लंघन के 98 अन्य कार्यकर्ताओं की सजा भी राष्ट्रपति ने माफ कर दी।
प्रेसीडेंसी प्रवक्ता अला यूसुफ ने कहा कि अल-जजीरा के दो सहकर्मी मोहम्मद फहमी और बहेर मोहम्मद का नाम माफ किये गये लोगों की सूची में शामिल है। जेल में बंद अल-जजीरा के मिस्र मूल के कनाडाई पत्रकार मोहम्मद फहमी को प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़ने और राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से झूठी खबर फैलाने के लिए पिछले महीने तीन वर्ष की सजा सुनायी गयी थी।
फहमी ने मिस्र की नागरिकता त्याग दी। मोहम्मद को भी इसी मामले में आरोपी बनाया गया था और उन्हें भी माफी दे दी गयी है। उनको हिरासत में लिये जाने और मुकदमा चलाये जाने की पूरे विश्व में आलोचना हुई थी।
इस महीने की 25 तारीख को बकरीद है और उससे पहले कैदियों को माफी दी गयी है जिसमें बीमार और बुजुर्ग कैदी तथा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हैं। क्षमा किये गये कैदियों की सूची में सना सिफ और यारा सलाम के नाम भी शामिल हैं जो प्रतिवाद कानून के उल्लंघन के आरोपी थे।