मिस्र के मुख्य कोप्टिक क्रिश्चन कैथड्रल में हुए विस्फोट में रविवार (11 दिसंबर) को कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 50 लोग घायल हो गए। हाल के समय में अल्पसंख्यक समुदाय पर इस्लामी आतंकवादियों का यह सबसे भीषण हमला है। स्वास्थ्य मंत्री अहमद इमाद ने बताया कि मध्य काहिरा के अबासिया जिले में विस्फोट सेंट पीटर्स चर्च के अंदर हुआ जो सेंट मार्क कैथड्रल से संबद्ध है। यह विस्फोट सुबह करीब 10 बजे हुआ जब प्रार्थना हो रही थी। इमाद ने बताया कि विस्फोट में कम से कम 25 लोग मारे गए जबकि 49 अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर लोग महिलाएं और बच्चे हैं। एक सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक बम चर्च के अंदर रखा गया था। मिस्र के शीर्ष सुन्नी प्राधिकार के प्रमुख शेख अहमद अल तयीब ने एक बयान में विस्फोट की निंदा की। उन्होंने इसे सभी मिस्रवासियों के खिलाफ एक बड़ा अपराध बताया। सेंट मार्क कैथड्रल मिस्र के आर्थोडोक्स क्रिश्चन चर्च की सीट है और यह आध्यात्मिक गुरू पोप तावाद्रोस द्वितीय का कार्यालय है। अधिकारियों ने बताया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हफ्ते देश में हुआ यह तीसरा विस्फोट है।