पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी के मामले में अलग-अलग राज्यों में दर्ज एफआईआर को दिल्ली शिफ्ट करने की मांग को लेकर नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था और नूपुर शर्मा को उनके विवादित बयान के लिए सख्त फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट की इन मौखिक टिप्पणियों के बाद देश में सियासत गरमाई हुई है। वहीं, इस मुद्दे पर नूपुर के समर्थन में बोलने वालों की भी कमी नहीं है। उन्हें भारत ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों से भी समर्थन मिल रहा है। ऐसा ही समर्थन नीदरलैंड के सांसद गीर्ट वाइल्डर्स से मिला है। उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा को पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगनी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट की ओर से नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाए जाने की खबरें मीडिया में आने के बाद गीर्ट वाइल्डर्स ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कि भारत में शरिया अदालतें नहीं हैं, पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें कभी भी माफी नहीं मांगनी चाहिए। वह(नूपुर) उदयपुर घटना के लिए जिम्मेदार नहीं, कट्टरपंथी असहिष्णु जिहादी मुसलमान ही इसके लिए जिम्मेदार हैं।”

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान को लेकर भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में केस दर्ज हुए हैं। इन मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने को लेकर नूपुर शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी और मांग की थी कि अलग-अलग राज्यों में दर्ज मामलों को दिल्ली स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने इसके पीछे हवाला दिया था कि उन्हें जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही हैं।

इस याचिका की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को जमकर फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि उनकी टिप्पणी के कारण देश भर में लोगों की भावनाएं भड़की हैं और देश में आज जो कुछ हो रहा है, उसके लिए वह अकेले जिम्मेदार हैं। उदयपुर की घटना के लिए भी सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर के बयान को जिम्मेदार ठहराया था।