अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने के मामले में आत्मसमर्पण करने मंगलवार को मियामी फेडरल अदालत पहुंचे। ट्रंप ने अपने ऊपर लगे गोपनीय दस्तावेजों को अवैध तरीके से रखने के सभी 37 आरोपों को खारिज किया है। उनके वकीलों ने कोर्ट में ज्यूरी ट्रायल का अनुरोध किया।
ट्रंप का काफिला मंगलवार दोपहर को अदालत में मजिस्ट्रेट जज के सामने पेश होने से कुछ समय पहले अदालत परिसर पहुंचा। ट्रंप संघीय अपराधों का सामना कर रहे अमेरिका के पहले राष्ट्रपति हैं। ट्रंप के अदालत पहुंचने पर उनके समर्थकों ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया जबकि उनके विरोधी प्रदर्शन करते नजर आए। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पर यह दूसरा आपराधिक मामला है, जिसका वह सामना कर रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें राजनीतिक विरोधियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा
डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क की अदालत में 2016 के चुनाव अभियान के दौरान किये गये पैसों के भुगतान से संबंधित व्यापार रिकार्ड को गलत साबित करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया और कहा कि उन्हें राजनीतिक विरोधियों द्वारा गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है।
अदालत में उपस्थिति के बाद ट्रंप न्यू जर्सी लौट गए जहां उन्होंने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह बहुत अच्छा चल रहा है, हमारे पास एक देश है जो भ्रष्ट है।” ट्रंप उनके खिलाफ संघीय अभियोजन पक्ष को देश के इतिहास में सत्ता का सबसे बुरा और जघन्य दुरुपयोग बताया।
राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन बुरी तरह हार रहे- ट्रंप
सुनवाई के बाद न्यूजर्सी में अपने घर पर पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि आज हम देश के इतिहास में सत्ता के दुरुपयोग के साक्षी बने हैं। यह देखना बेहद दुखद है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि एक मौजूदा भ्रष्ट राष्ट्रपति ने अपने विरोधियों को उन फर्जी आरोपों में गिरफ्तार कराया, जिनमें खुद वह और ना जाने कितने अन्य राष्ट्रपति भी दोषी होंगे। ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन बुरी तरह हार रहे हैं। ट्रंप ने कहा, “एक भ्रष्ट मौजूदा राष्ट्रपति ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को झूठे और मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। ये राष्ट्रपति चुनाव के ठीक पहले हो रहा है, जिसमें वह बहुत बुरी तरह हार रहे हैं।”
आरोप साबित होने पर ट्रंप को हो सकती है 10 साल तक की सजा
डोनाल्ड ट्रंप पर जो आरोप लगे हैं, उनमें अधिकतम 10 साल तक की सजा का प्रावधान है। ट्रंप को दस्तावेजों के गलत तरीके से निपटने से संबंधित 37 मामलों का सामना करना पड़ता है। आरोपों में अन्य अपराधों के अलावा न्याय में बाधा डालने और झूठे बयान देने के आरोप भी शामिल हैं।अमेरिकी न्याय विभाग ने बीते शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप पर लगाए आरोपों को सार्वजनिक किया था। उनके खिलाफ 49 पन्नों में आरोप तय किए गए थे। इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालना, परमाणु और डिफेंस सीक्रेट्स की फाइलें गलत तरीके से अपने पास रखने जैसे आरोप शामिल हैं।