अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा नहीं करने देंगे। दरअसल इजरायल के अधिकारी कुछ वक्त से कह रहे हैं कि उनकी सरकार वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने के कदम उठा सकती है, इस संबंध में पूछे जाने पर ट्रंप ने यह बात कही।

उन्होंने गुरुवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा, “मैं इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्ज़ा करने की इजाजत नहीं दूंगा। ऐसा नहीं होगा।”

हाल के वक्त में अमेरिका के प्रमुख सहयोगी देशों ब्रिटेन, कनाडा आदि ने फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने का ऐलान किया है और इसी के बीच इजरायल का वेस्ट बैंक पर कब्जे की संभावना की बात सामने आई है।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है और वह कब्जे की इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने कहा, “बस बहुत हो गया। अब इसे रोकने का समय आ गया है।”

वेस्ट बैंक पर भी फिलिस्तीन का शासन

गाजा की ही तरह वेस्ट बैंक पर भी फिलिस्तीनी प्राधिकारियों का शासन है। ट्रंप लंबे समय से नेतन्याहू के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को सार्वजनिक तौर पर स्वीकारते रहे हैं लेकिन उन्हें अब लंबे वक्त से जारी युद्ध के कारण अरब देशों के नेताओं के दबाव का सामना करना पड़ा है।

अरब देशों के नेताओं ने इजरायल के कब्जे की बात पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त अरब अमीरात ने चेतावनी दी है कि कब्जे संबंधी इजरायल का कोई भी कदम ‘लक्ष्मण रेखा’ लांघने जैसा होगा। इजरायल का 1967 से वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर दखल है।

क्या चाहते हैं फिलिस्तीन के लोग?

फिलिस्तीनी चाहते हैं कि इन क्षेत्रों को मिलकर उनके देश का निर्माण हो। इजरायल की वर्तमान सरकार फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने का कड़ा विरोध करती है तथा वेस्ट बैंक के अधिकांश भाग पर अंततः कब्जा करने का समर्थन करती है। 

यह भी पढ़ें: दवाइयों से लेकर ट्रकों और किचन के सामान तक…अक्टूबर से किन चीजों पर लगेगा 100 फीसदी तक टैक्स, ट्रंप ने फिर दिया टैरिफ शॉक