अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह अब तक सात युद्धों का ‘समाधान’ कर चुके हैं लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें निराश किया है। बकिंघमशायर में ब्रिटिश प्रधानमंत्री के चेकर्स स्थित आवास पर कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमतें गिरती हैं तो इससे पुतिन पर यूक्रेन युद्ध से पीछे हटने के लिए दबाव बनेगा।

ट्रंप ने कहा कि लेकिन अगर यूरोप के देश रूस से तेल खरीदते रहे तो ऐसा नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि अगर तेल की कीमतें कम हो जाती हैं तो रूस आसानी से समझौता कर लेगा।

ट्रंप ने कहा, “मैं भारत के बेहद करीब हूं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीब हूं। मैंने उन्हें उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी थी। हमारे बीच काफी अच्छे संबंध है लेकिन मैंने उन पर प्रतिबंध लगाए।”

ट्रंप ने कहा कि दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद वे ऐसे युद्धों को सुलझाने में कामयाब रहे हैं जिन पर पहले बातचीत तक नहीं हो सकती थी।

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ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के युद्ध को रोकने का क्रेडिट लिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को सुलझाने में उन्होंने दखल दिया था।

भारत कर चुका है इनकार

ट्रंप ने कहा, ‘‘आप (भारत और पाकिस्तान) हमारे साथ व्यापार करना चाहते हैं तो आपको साथ मिलकर काम करना होगा और वे (भारत और पाकिस्तान) इस पर जोर-शोर से आगे बढ़ रहे थे।’’ भारत ने किसी तीसरे पक्ष के दखल से लगातार इनकार किया है और कहा है कि पाकिस्तान के साथ संघर्ष समाप्त करने पर सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।

रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर ट्रंप ने कहा कि उन्हें ‘‘कुछ अच्छी खबर’’ मिलने की उम्मीद है लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इसका अमेरिका पर सीधा असर नहीं पड़ेगा।