नवंबर 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2025 को शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह से पहले मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े अरबपति अगले हफ्ते डोनाल्ड ट्रंप के शपथ लेने से पहले एक अभिनंदन समारोह की सह मेजबानी करेंगे।
इस निजी आयोजन की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि जुकरबर्ग की सह-मेजबानी वाला यह समारोह, शपथ ग्रहण से कुछ समय पहले सोमवार शाम को आयोजित किया जाएगा। अन्य सह-मेजबानों में ‘डलास मेवेरिक्स’ की मालिक एवं शेल्डन एडेलसन की पत्नी मिरियम एडेलसन, ‘ह्यूस्टन रॉकेट्स’ के मालिक टिलमैन फर्टिटा, ‘शिकागो शावक’ के सह-मालिक टॉड रिकेट्स और रिकेट्स की पत्नी सिल्वी लेगेरे शामिल हैं।
ट्रंप के साथ रिश्ते सुधारने में लगे जुकरबर्ग
मार्क जुकरबर्ग को कभी ट्रंप का अलोचक माना जाता था लेकिन हाल में वह ट्रंप के साथ अपने रिश्ते सुधारने में लगे हैं।अभिनंदन समारोह को उसी कोशिश में एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, मेटा ने मंगलवार को इस आयोजन के संबंध में प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि 6 जनवरी 2021 को ट्रंप के समर्थकों की भीड़ के ‘यूएस कैपिटल’ पर हमला करने के बाद उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘फेसबुक’ और ‘इंस्टाग्राम’ से बैन कर दिया गया था।
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मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी के लिए मेटा ने मांगी माफी
वहीं, दूसरी ओर मार्क जुकरबर्ग की पॉडकास्ट के दौरान चुनावों पर की गयी टिप्पणी के लिए मेटा ने माफी मांगी है। जुकरबर्ग ने हाल ही में कहा था कि भारत सहित कई सरकारें कोविड-19 महामारी के बाद हुए चुनावों में सत्ता खो बैठीं। जिसके बाद अब मेटा ने इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगी है और इसे अनजाने में हुई गलती बताया।
मेटा इंडिया के पब्लिक पॉलिसी के उपाध्यक्ष शिवनाथ ठुकराल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “प्रिय माननीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, मार्क का यह अवलोकन कि 2024 के चुनावों में कई मौजूदा दलों को फिर से नहीं चुना गया, कई देशों के लिए सही है लेकिन भारत के लिए नहीं। हम इस अनजाने में हुई गलती के लिए माफ़ी चाहते हैं। भारत मेटा के लिए एक अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण देश बना हुआ है और हम इसके अभिनव भविष्य के केंद्र में होने की उम्मीद करते हैं।”
इससे पहले सोमवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि संसदीय समिति 20 से 24 जनवरी के बीच मेटा के प्रतिनिधियों को बुलाएगी और मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहेगी। पढ़ें- मार्क जुकरबर्ग ने ऐसा क्या कहा था जिसके लिए मेटा को भारत से मांगनी पड़ी माफी?
(एपी के इनपुट के साथ)