एक्सन मोबिल कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेक्स टिलरसन डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन में विदेश मंत्री के पद के लिए शीर्ष उम्मीदवार बनकर उभरे हैं। हालांकि रिपब्लिकन पार्टी के दो शीर्ष सीनेटर ने आगाह किया है कि तेल कंपनी के इस अधिकारी के रूस के साथ करीबी संबंधों के कारण उनका नामांकन गहन छानबीन के घेरे में आ सकता है। इस हफ्ते के मध्य में अंतिम घोषणा की जा सकती है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नामित किए जाने पर 64 वर्षीय टिलरसन विदेश मंत्री पद के लिए एक असामान्य चयन हो सकते हैं। अमेरिकी मीडिया के अनुसार इस समय टिलरसन विदेश मंत्री पद के लिए ट्रंप की सूची में शीर्ष पर हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत विभिन्न वैश्विक नेताओं के साथ टिलरसन के अच्छे रिश्ते हैं।

शनिवार (10 दिसंबर) को न्यूयॉर्क में ट्रम्प से मुलाकात करने वाले टिलरसन को दुनिया भर की शीर्ष तेल कंपनियों में से एक का चेहरा माना जाता है। सत्ता हस्तांतरण दल के अधिकारियों का कहना है कि ट्रम्प ने अब तक अंतिम फैसला नहीं किया है। हालांकि फॉक्स न्यूज को दिए गए एक साक्षात्कार में ट्रम्प ने एक्सन मोबिल के सीईओ की सराहना की थी। ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को कहा था, ‘वह एक बिजनेस कार्यकारी अधिकारी से कहीं ज्यादा मायने रखते हैं, वह एक विश्व स्तरीय व्यक्ति हैं। मेरे हिसाब से वह विश्व की सबसे बड़ी कंपनी के प्रभारी हैं।’ ट्रम्प ने कहा, ‘मेरे लिए यह सबसे बड़ा फायदा है कि वह कई दिग्गजों को जानते हैं और वे लोग इन्हें भी जानते हैं। वह रूस में बड़े सौदे करते हैं। वह ये बड़े सौदे कंपनी के लिए करते हैं, खुद के लिए नहीं।’

टिलरसन विदेश मंत्री बनने की दौर में मिट रोमनी और तीन दूसरे दावेदारों से आगे चल रहे हैं। रोमनी 2012 में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। द वॉशिंगटन पोस्ट ने आगाह किया है कि टिलरसन के नामांकन की सीनेट में कड़ी पड़ताल हो सकती है क्योंकि उन्होंने बहुराष्ट्रीय पेट्रोलियम कंपनी की ओर से रूस और पश्चिमी एशिया में कई साल तक काम किया है। अखबार के अनुसार पहले ही रिपब्लिकन पार्टी के दो शीर्ष सीनेटर जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने पुतिन के साथ संबंधों के कारण टिलरसन के विदेश मंत्री पद संभालने को लेकर चिंता जतायी है। 2011 में एक्सन ने आकर्टिक में तेल संसाधनों तक पहुंच देने के लिए रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के साथ एक करार किया था। रूसी सरकार रोसनेफ्ट में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है। रूस सरकार ने टिलरसन को देश के ‘ऑर्डर ऑफ फ्रेंडशिप’ से सम्मानित किया है।