डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कि अगर वह अमेरिका के राष्ट्रपति बने तो बाकी देशों के मुकाबले वह भारत के साथ संबंधों को ज्यादा महत्व देंगे। ट्रंप ने यह बात शनिवार (15 अक्टूबर) को रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन द्वारा आयोजित एक चैरिटी समारोह में कही। ट्रंप ने कहा, ‘भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अमेरिका का सहयोगी है। ट्रंप प्रशासन के तहत हम और भी बेहतर मित्र बनने जा रहे हैं। असल में हम रिश्ते को बेहतर बनाएंगे और हम पक्के दोस्त होंगे।’ ट्रंप ने आर्थिक सुधारों और नौकरशाही में सुधारों के साथ भारत को तेज विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और कहा कि ऐसा अमेरिका में भी जरूरी है। ट्रंप ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम करने का इंतजार कर रहा हूं। वह अर्थव्यवस्था और नौकरशाही को सुधारने में बेहद उर्जावान रहे हैं। शानदार व्यक्ति। मैं उनकी सराहना करता हूं।’
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यह पहली बार था जब ट्रंप ने इस चुनावी मौसम में भारतीय-अमेरिकियों के समारोह में शिरकत की। कश्मीरी पंडितों और आतंकवाद से पीड़ित बांग्लादेशी हिंदुओं द्वारा आयोजित समारोह में ट्रंप ने कहा, ‘मैं हिंदू और भारत का एक बड़ा प्रशंसक हूं। यदि मैं चुना जाता हूं तो भारतीय और हिंदू समुदाय को व्हाइट हाउस में एक सच्चा दोस्त मिल जाएगा।’ ट्रंप ने कहा कि भारत में उन्हें यकीन हैं। उन्होंने भारत और उसकी जनता को अदभुत बताते हुए कहा कि मैं 19 माह पहले भारत गया था और कई बार वहां जाना चाहता हूं। ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत की भूमिका की सराहना की। उन्होंने ‘इस्लामी आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल न करने को लेकर अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की आलोचना करते हुए कहा, ‘हम इस बात की सराहना करते हैं कि हमारा अच्छा दोस्त भारत चरमपंथी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के साथ रहा है।’ ट्रंप ने कहा कि भारत ने ‘आतंकवाद की निर्ममता’ को प्रत्यक्ष रूप से झेला है। इसमें ‘मुंबई में मचा उत्पात भी शामिल है। वह एक ऐसी जगह है, जिसे मैं प्यार करता हूं और मैं समझता हूं।’
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