अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल को एफबीआई चीफ के रूप में नॉमिनेट किया है। काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के खास दोस्त भी माने जाते हैं। 20 जनवरी 2025 को जब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ ले लेंगे, उसके बाद काश पटेल भी एफबीआई चीफ के पद पर कार्यरत हो जाएंगे। ट्रंप ने कहा कि काश पटेल ने सच्चाई, जवाबदेही और संविधान के समर्थक के रूप में खड़े होकर रूस और उसकी धोखाधड़ी को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ट्रंप ने की काश पटेल की तारीफ
ट्रंप ने शनिवार रात पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि कश्यप ‘काश’ पटेल FBI के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक शानदार वकील, इन्वेस्टिगेटर और अमेरिका फर्स्ट सेनानी हैं, जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार को उजागर करने, न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की रक्षा करने में बिताया है।”
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में भी काश पटेल को कई अहम जिम्मेदारियां सौंपी थी। उन्होंने आतंकी संगठन ISIS, अल-बगदादी और कासिम अल-रिमी जैसे अल-कायदा नेताओं को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा काश पटेल ने इंटेलिजेंस पर हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वरिष्ठ वकील के रूप में भी काम किया था।
भारतवंशी हैं काश पटेल
काश पटेल के माता-पिता गुजराती भारतीय हैं और ये पूर्वी अफ्रीकी देश युगांडा से कनाडा के रास्ते अमेरिका आए थे। उनके माता-पिता ने 1970 के दशक में राजनीतिक अस्थिरता के कारण युगांडा छोड़कर अमेरिका में बसने का फैसला किया था। 1988 में काश पटेल के पिता को अमेरिकी नागरिकता मिली थी। काश पटेल ने लॉन्ग आइलैंड के गार्डन सिटी हाई स्कूल से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की।
काश पटेल ने 2002 में यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड से क्रिमिनल जस्टिस और हिस्ट्री में डिग्री प्राप्त की। इसके बाद 2004 में उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से इंटरनेशनल लॉ का प्रमाण पत्र प्राप्त किया और 2005 में पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से जूरिस डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की। काश पटेल ने कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। पढ़ें बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के बीच अमेरिका से क्या आया बड़ा बयान