International Students Legal Status: अमेरिका के प्रशासन ने कहा है कि वह उन विदेशी छात्रों के वीजा को बहाल कर रहा है जिनके legal status को समाप्त कर दिया गया था। ट्रंप प्रशासन के विदेशी छात्रों के legal status को समाप्त करने के फैसले की वजह से अमेरिका के विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई थी। प्रभावित छात्रों ने इसके खिलाफ अदालत का रुख किया था।
BBC के मुताबिक, अमेरिकी न्याय विभाग की वकील एलिजाबेथ कुर्लान ने अदालत में इस मामले की सुनवाई के दौरान इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि इमिग्रेशन अफसर अब विदेशी छात्रों के लिए वीजा की समीक्षा और इसे खत्म करने के लिए एक नए सिस्टम पर काम कर रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन के फैसले से 280 यूनिवर्सिटी और 1800 छात्रों पर सीधा असर पड़ा था। विदेशी छात्रों ने डोनाल्ड ट्रंप सरकार के द्वारा इमिग्रेशन को लेकर की गई सख्त कार्रवाई के बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
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अमेरिका के न्याय विभाग ने अदालत को बताया था कि Student and Exchange Visitor Information Systems (SEVIS) में सभी रिकॉर्ड बहाल किए जाएंगे लेकिन Immigration and Customs Enforcement (ICE) के पास अभी भी अन्य वजहों के चलते रिकॉर्ड्स को समाप्त करने का अधिकार है।
American Immigration Lawyers Association ने बताया कि 20 जनवरी को ट्रंप के कामकाज संभालने के बाद से SEVIS से 4,700 से अधिक छात्रों के रिकॉर्ड हटा दिए गए हैं। इस मामले में छात्रों के वकीलों ने अदालत में तर्क दिया कि ऐसा किए जाने से छात्रों के कानूनी हक का उल्लंघन हुआ है और अगर उन्हें हिरासत में लिया जाता है तो इसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ेगा।
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NBC न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि रिकॉर्ड बहाल होने के बाद भी अगर कोई छात्र किसी गैर कानूनी काम में शामिल होता है तो उसे अमेरिका से बाहर किया जा सकता है।
क्या कहा था अमेरिकी विदेश मंत्री ने?
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा था कि ट्रंप का प्रशासन ऐसे लोगों का legal status खत्म कर देगा जिन्होंने अमेरिका के हितों के खिलाफ काम किया है। इस फैसले के बाद ऐसा माना जा रहा था कि कई छात्र हिरासत में लिए जाने या अमेरिका से बाहर किए जाने के डर से देश छोड़ने का रास्ता अपना सकते हैं। क्योंकि इस फैसले से प्रभावित कई छात्रों ने अमेरिका में विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया था या उन पर अपराधिक मामले दर्ज थे।
रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन की ओर से दिए गए बयान को लेकर जब एक विदेशी छात्र से पूछा गया कि उसका क्या कहना है तो उसने कहा कि यह राहत की बात है लेकिन अभी भी वह ट्रंप सरकार के संभावित कदमों को लेकर परेशान है। इस छात्र ने भी सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।