उत्तर कोरिया दुनिया का ऐसा देश बन गया है जिसने सबसे देरी से लोगों कोरोना पाबंदियों से मुक्ति देने का काम किया है। साल 2019 में कोरोना की दस्तक के बाद से ही नॉर्थ कोरिया में कई सख्त नियम लागू कर दिए गए थे। इसी कड़ी में दूसरे देशों में रह रहे नॉर्थ कोरिया के लोग अपने ही मुल्क में नहीं आ पा रहे थे। लेकिन अब तीन साल बाद उस नियम में ढील दी गई है और लोग अपने वतन फिर लौट पा रहे हैं। लेकिन वापस लौट रहे लोगों को अभी भी एक हफ्ते का क्वारंटीन करना पड़ेगा।

नॉर्थ कोरिया में सख्ती के साथ ढील

बड़ी बात ये है कि वो क्वारंटीन में भी कोई अपने घर में नहीं बल्कि किसी मेडिकल सेंटर पर ही करेगा, यानी कि अभी भी बाहर से आ रहे लोगों को अपने परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। वैसे नॉर्थ कोरिया में कुछ दिन पहले ही इंटरनेशनल फ्लाइट की भी वापसी हुई थी। तीन साल बाद पहली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट देश में लैंड की। इस समय कोरोना केस कम हैं और पूरी दुनिया में तमाम पाबंदियों से मुक्ति दे दी गई है, उसे देखते हुए देर से ही सही, नॉर्थ कोरिया ने भी अपनी नीति में बदलाव किया है।

फ्लाइट की गईं शुरू

हाल ही में नॉर्थ कोरिया से चीन के लिए एक फ्लाइट गई थी, ये तीन साल बाद भेजी गई पहली अंतरराष्ट्रीय प्लाइट रही। बताया जा रहा है कि 2020 में ही नॉर्थ कोरिया ने तमाम तरह की पाबंदियां लगा दी थी। एशिया का ये इकलौता ऐसा देश है जो सबसे आखिर में अपने लोगों को कोरोना की पाबंदियों से मुक्ति दे रहा है। यहां भी क्वारंटीन वाले नियम को अभी भी जारी रखा जा रहा है।