अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक वीडियो संदेश में यूटा वैली विश्वविद्यालय में अपने सहयोगी चार्ली कर्क की हत्या पर “गहरा दुख और गुस्सा” जताया। उन्होंने संकल्प लिया कि उनका प्रशासन इस अत्याचार और अन्य राजनीतिक हिंसा में शामिल हर व्यक्ति को न्याय के कटघरे तक पहुंचाएगा।

ओवल ऑफिस से संबोधित करते हुए ट्रंप ने “कट्टरपंथी वामपंथी हिंसा” को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि ऐसी बयानबाजी ने यूटा में किर्क की हत्या को जन्म दिया है। उन्होंने अपने ऊपर हुए हमले और 2024 में यूनाइटेडहेल्थकेयर के सीईओ ब्रायन थॉम्पसन की हत्या को याद करते हुए कहा कि वामपंथी राजनीतिक हिंसा ने निर्दोषों को भारी नुकसान पहुंचाया है।

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कर्क पर हुए हमले को “अमेरिका के लिए काला क्षण” बताते हुए ट्रंप ने कहा, “चार्ली ने लाखों लोगों को प्रेरित किया। आज रात, वे सभी जो उन्हें जानते और प्यार करते थे, सदमे और शोक में एकजुट हैं। चार्ली एक सच्चे देशभक्त थे जिन्होंने अपना जीवन स्वतंत्र बहस और उस देश को समर्पित किया जिसे वे गहराई से प्यार करते थे—संयुक्त राज्य अमेरिका।”

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किर्क, जो टर्निंग पॉइंट यूएसए के सह-संस्थापक और एक प्रमुख राजनीतिक कार्यकर्ता थे, की यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। एफबीआई निदेशक काश पटेल ने बताया कि पूछताछ के लिए एक संदिग्ध को पकड़ा गया था, लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि अपराधी की तलाश जारी है और मामले की गहन जांच हो रही है।

ट्रंप ने कर्क को “सत्य और स्वतंत्रता का आदर्श” और “गहरी आस्था वाले व्यक्ति” बताया। उन्होंने कहा, “हमें सुकून है कि अब वह स्वर्ग में ईश्वर के साथ शांति से हैं।” उन्होंने प्रार्थना की कि ईश्वर इस कठिन घड़ी में कर्क की पत्नी और बच्चों को संबल दें। यूटा वैली विश्वविद्यालय की अध्यक्ष एस्ट्रिड टुमिनेज़ ने एक बयान में कहा कि कैंपस समुदाय चार्ली कर्क की हत्या से “स्तब्ध और दुखी” है। वह विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे जब उन पर हमला हुआ।