भारत-कनाडा के बीच विवाद फिर बढ़ सकता है। कनाडा ने भारत को ‘विदेशी खतरा’ बताया है। कनाडा को अंदेशा है कि भारत वहां के आम चुनावों में हस्तक्षेप कर सकता है। अभी तक कनाडा के आरोपों पर भारत सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। ‘Foreign Interference and Elections’ नाम की रिपोर्ट में भारत को खतरा बताया गया है और चेतावनी दी कि विदेशी हस्तक्षेप कनाडा के लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है।

पहली बार कनाडा ने भारत पर चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप लगाया

ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी हस्तक्षेप पारंपरिक कूटनीति से अलग है क्योंकि इसमें पब्लिक नैरेटिव और नीति-निर्माण को प्रभावित करने के लिए गोपनीयता और धोखे का इस्तेमाल किया जाता है। यह पहली बार है जब कनाडा ने भारत पर चुनाव में हस्तक्षेप का आरोप लगाया है। उसने ये आरोप चीन और रूस पर भी लगाया है। पिछले साल फरवरी में कनाडा ने चीन को अब तक का सबसे महत्वपूर्ण खतरा बताया था।

रिपोर्ट में कहा गया है, “FI (विदेशी हस्तक्षेप) गतिविधियां कनाडा के लोकतंत्र के ताने-बाने को कमजोर कर रही हैं। यह बहुसांस्कृतिक समाज की कड़ी मेहनत से हासिल की गई सामाजिक एकजुटता को कमजोर कर रही हैं और कनाडाई लोगों के अधिकारों का हनन कर रही हैं।”

चीन को बताया सबसे बड़ा खतरा

चीन को बड़ा खतरा बताते हुए रिपोर्ट में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का जिक्र करते हुए कहा गया, “हम जानते हैं कि पीआरसी ने 2019 और 2021 के चुनावों को गुप्त रूप से और भ्रामक रूप से प्रभावित करने की कोशिश की थी।” ग्लोबल न्यूज ने कहा कि दस्तावेज़ में किसी देश का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन अन्य रिपोर्ट्स में भारत और चीन को बड़े खतरे के रूप में बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेशी हस्तक्षेप ‘संप्रभुता, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और मूल्यों को नष्ट करके’ कनाडा और कनाडाई लोगों को नुकसान पहुंचाता है।

हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर दोनों देश आमने-सामने

पिछले साल दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में एक द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में बढ़ती अलगाववादी गतिविधियों पर जस्टिन ट्रूडो को चेताया था। इसके बाद जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि कनाडाई नागरिक और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या के पीछे ‘भारत सरकार के एजेंट’ हो सकते हैं। बाद में भारत ने इस आरोप को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था।