ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही हैं। पहले ही उनके दो मंत्रियों को स्कैंडल में फंसने के बाद इस्तीफा देना पड़ गया था। अबकी बार डिप्टी पीएम डॉमिनिक रॉब को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ी है। उन पर आरोप था कि वो अपने स्टाफ के साथ नौकरशाहों से बेहद भद्दा बर्ताव करते थे। एक इंडिपेंडेंट इन्क्वायरी में आरोप सही साबित हुए तो शुक्रवार को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। बोले- जो किया उसके लिए सॉरी।

बोरिस जॉनसन के समय में आगे बढ़े थे डॉमिनिक रॉब

डॉमिनिक रॉब ब्रिटेन के डिप्टी पीएम थे। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके खिलाफ जो आरोप लगे थे, वो सारे सही साबित हुए हैं। वो वाकई अपने मातहत अफसरों के अलावा निजी स्टाफ को बेवजह तंग करते थे। बात बात पर उनको धमकी देते थे। उनका ये बर्ताव शर्मसार करने वाला है। रॉब को ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन का खासमखास माना जाता था। 49 वर्षीय रॉब का राजनीतिक कैरियर जॉनसन के समय काफी आगे बढ़ा।

बोले- रिपोर्ट के बाद इस्तीफा देना मेरा दायित्व पर ये गलत परंपरा

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट केस मुताबिक रॉब ने अपना इस्तीफा देने के बाद कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उनका दायित्व है कि वो अपने पद से इस्तीफा दें। उन्होंने पहले ही कहा था कि अगर उनके खिलाफ लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं तो वो इस्तीफा दे देंगे। उनका कहना था कि इस तरह के आरोपों की जांच होना वाकई हैरत भरा है। इससे गलत परंपरा बन सकती है। ऐसे तो बेवजह शिकायतों का चलन शुरू हो जाएगा।

रॉब को ऋषि सुनक का खासमखास माना जाता था। वो सुनक सरकार में कानून मंत्री का मंत्रालय भी संभाल रहे थे। वो इससे पहले ब्रेक्सिट मिनिस्टर भी रह चुके हैं। सुनक जब ब्रिटिश पीएम बनने की जद्दोजहद में थे तब रॉब खुलकर उनके समर्थन में आगे आए थे। सुनक को ब्रिटिश पीएम की कुर्सी लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद मिली थी। ध्यान रहे कि इससे पहले सुनक कैबिनेट के दो मिनिस्टरों को इस्तीफा देना पड़ा था। माना जा रहा है कि रॉब का कुर्सी से हटना सुनक के लिए खासा सिरदर्द साबित होने जा रहा है, क्योंकि सुनक उनके ऊपर काफी निर्भर करते थे।