ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की घटना से पूरी दुनिया हिली हुई है। दुनियाभर के बाजारों में ब्रिटेन के अलग होने के फैसले के बाद कोहराम मच गया। पाउंड की कीमत में 31 साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। लेकिन अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्‍ट के अनुसार ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में रहने या न रहने के फैसले के बाद ब्रिटिश लोग गूगल कर जांच रहे थे कि यूरोपीय संघ है क्‍या। ब्रिटेन के कई लोगों ने अपने फैसले पर दुख जताया और कहा कि अगर दोबारा मौका मिला तो वे ईयू के साथ रहने का विकल्‍प चुनेंगे।

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आईटीवी न्‍यूज को एक महिला ने बताया, ”हालांकि मैंने अलग होने के पक्ष में वोट दिया लेकिन सुबह उठी तो मुझे सच्‍चाई महसूस हुई। अगर मुझे दोबारा वोट डालने का मौका मिला तो मैं ईयू के साथ रहने का चुनाव करूंगी।” गूगल की रिपोर्ट के अनुसार रेफरेंडम के बाद ब्रिटेन और ईयू के जुड़े बेसिक सवालों काफी सर्च हुए। इसके अनुसार चुनाव के आठ घंटे बाद ऐसे सर्च बढ़ गया। ‘क्‍या होगा अगर हम ईयू छोड़ देंगे’ की सर्चिंग तीन गुना तक बढ़ गई।

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गूगल की रिपोर्ट के अनुसार लोगों के सवाल थे, मैं ईयू रेफरेंडम पर कैसे वोट करूं, ब्रेक्जिट क्‍या है, ईयू रेफरेंडम में कौन वोट कर सकता है, ईयू रेफरेंडम कब होगा, मैं कहां वोट डाल सकता हूं, हमें ईयू में क्‍यों रहना चा‍हिए, हमें ईयू क्‍यों छोड़ना चाहिए, क्‍या होगा अगर हम अलग हो जाएंगे, ईयू में कौनसे देश हैं। कई लोगों को तो यह भी नहीं पता कि यूरोपीय यूनियन क्‍या है। गौरतलब है कि रेफेरेंडम में लगभग 52 प्रतिशत लोगों ने ईयू से अलग होने के पक्ष में वोट दिया। इसके साथ ब्रिटेन ईयू से अलग हो जाएगा। हालांकि इसमें अभी दो साल का वक्‍त लग जाएगा।