Pakistan News: आर्थिक रूप से बदहाली के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान (Pakistan) को एक और झटका लग सकता है। उसका गैर-नाटो सहयोगी (Non-Nato Ally) देश का दर्जा छिन सकता है। एक अमेरिकी सांसद ने प्रतिनिधि सभा (US House of Representatives) में एक विधेयक पेश किया है, जिसमें पाकिस्तान का गैर-नाटो सहयोगी देश का दर्जा समाप्त करने की मांग की गई है। विधेयक में कहा गया कि पाकिस्तान को इस तरह का दर्जा देने के लिए उसे कुछ शर्तों के साथ राष्ट्रपति से ईयरली सर्टिफिकेशन की जरूरत होगी। अमेरिकी सांसद एंडी बिग्स ने सभा में यह बिल पेश किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा विधेयक पर हस्ताक्षर से पहले इसे सदन और सीनेट द्वारा पारित किया जाना जरूरी है। इसे आवश्यक कार्रवाई के लिए हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी को भेजा गया है।
Haqqani Network पर कार्रवाई की मांग
विधेयक में कहा गया कि पाकिस्तान को यह साबित करना होगा कि उसने अपने देश में हक्कानी नेटवर्क के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में तेजी दिखाई है और उसके खिलाफ सैन्य अभियान चला रहा है और वह आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह ना बना रहे। दरअसल, पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवाद को पनाह देता रहा है, जिसे लेकर यह बिल पेश किया गया है।
दोनों स्थितियों को पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि अमेरिका में कई लोग हक्कानी नेटवर्क को आईएसआई की वास्तविक शाखा मानते हैं। बिल में अमेरिकी राष्ट्रपति से यह भी प्रमाणित करने की मांग की गई है कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर हक्कानी नेटवर्क जैसे उग्रवादियों की गतिविधियों को प्रतिबंधित करने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान के साथ सक्रिय रूप से समन्वय करता है।
गैर-नाटो सहयोगी देशों को मिलते हैं ये फायदे
गैर-नाटो सहयोगी देशों को अमेरिका की अधिक रक्षा आपूर्तियों तक पहुंच और सहयोगात्मक रक्षा अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में भागीदारी जैसे विभिन्न लाभ मिलते हैं। इसके अलावा, ये देश वाणिज्यिक उपग्रहों और संबंधित प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों की अमेरिकी कंपनियों द्वारा लाइसेंसिंग के लिए शीघ्र अनुमति मिलने के पात्र होते हैं।