पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा है कि जो कुछ बांग्लादेश में हुआ, पाकिस्तान में ऐसा करने की किसी ने सोची भी तो उसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान की तुलना बांग्लादेश से करने और सोशल मीडिया पर मीम्स वायरल कर देश का मजाक उड़ाने पर कड़ी चेतावनी दी। पाकिस्तान सेना प्रमुख ने कहा कि मुल्क में ऐसा करने वाले से सीधे सेना निपटेगी। उन्होंने साफ किया कि इस तरह की साजिश को कड़ाई से कुचल दिया जाएगा। उन्होंने इस्लामी शरिया और संविधान के सिद्धांतों पर चलते रहने का संकल्प लिया।
सोशल मीडिया पर चल रहे मीम्स पर भड़के जनरल असीम मुनीर
जनरल असीम मुनीर मौलवियों के एक कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अराजकता को सहन नहीं किया जाएगा और इसके लिए कठोर सजा दी जाएगी। कहा कि पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाने की देश और दुनिया की कोई ताकत हिम्मत नहीं कर सकती है। पाकिस्तान कयामत तक रहेगा। पाकिस्तान में भी बांग्लादेश जैसे हालात होने को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई पोस्ट पर सेना प्रमुख का गुस्सा फूट पड़ा। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जितना आज मजबूत है, उतना कभी नहीं रहा। पाकिस्तान में ऐसे हालात कामयाब नहीं होंगे।
इससे पहले पाकिस्तान सरकार ने बांग्लादेश के हालात पर चिंता जताते हुए वहां की जनता और विपक्षी दलों के साथ मजबूती से खड़े रहने का दावा करते हुए कहा था कि उनका मुल्क वहां के हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। शेख हसीना सरकार के गिरने पर पाकिस्तान में खुशी जताई गई थी। वहां की सरकार ने कहा था कि बांग्लादेश के हालात सुधरने और नई सरकार बनने के बाद पाकिस्तान के संबंध वहां से और मजबूत होंगे।
उधर, एनआईए ने कश्मीर में इस साल दो नागरिकों की हत्या के मामले में पाकिस्तान स्थित संगठन के आतंकवादी समेत चार लोगों को आरोपी बनाया है। गुरुवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आदिल मंजूर लंगू, अहरान रसूल डार उर्फ तोता, दाऊद और उनके पाकिस्तान स्थित हैंडलर जहांगीर उर्फ पीर साहब पर आईपीसी और गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप-पत्र दायर किया गया है। जम्मू स्थित एनआईए की विशेष अदालत पहले ही फरार जहांगीर के खिलाफ बेमियादी गैर-जमानती वारंट पहले ही जारी कर चुकी है। एनआईए के बयान में कहा गया है कि जांच एजेंसी ने सात फरवरी को श्रीनगर के शाला कदल के करफाली मोहल्ले में लश्कर-ए-तैयबा और उसकी शाखा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) द्वारा दो गैर-स्थानीय नागरिकों की हत्या के लिए बुधवार को चार लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया।