बांग्लादेश में हुई हिंसा उसके लिए काफी मुसीबत खड़ा कर रही है। इस बीच अहम बात यह है कि अगर उत्तर प्रदेश बांग्लादेश का साथ न दे तो बांग्लादेश को खाने और रहने के लिए मकान तक की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि इससे भारत को भी नुकसान हो सकता है। बता दें कि उत्तर प्रदेश से सीमेंट, चावल, खेती का सामान, चमड़ा और अन्य छोटे से लेकर बड़ा कच्चा माल तक का निर्यात किया जाता है। ऐसे में जब से बांग्लादेश में संकट शुरू हुआ है, तब से सारा सामान बॉर्डर पर अटका पड़ा है।
700 करोड़ का सामान बॉर्डर पर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 7000 करोड़ रुपये का सामान बॉर्डर पर अटका पड़ा है, जिससे बांग्लादेश को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बन चुकी है और मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली है। लेकिन अभी तक हालात नॉर्मल नहीं हुए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की ओर से बांग्लादेश में 6000 से ज्यादा चीजों का निर्यात किया जाता है। इसमें मसाले से लेकर कुकिंग ऑयल, सूती कपड़े, गेहूं, सब्जियां, चीनी और फल भी शामिल है। अब जब यह सामान बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ पाएगा तो बांग्लादेश को तो नुकसान होगा ही, इसके साथ ही भारत को भी करोड़ों का भुगतान नहीं हो पाएगा।
क्या पाकिस्तान में भी बन रहे बांग्लादेश जैसे हालात? सेना प्रमुख ने लोगों को दी ये बड़ी चेतावनी
मोहम्मद यूनुस ने शांति बनाए रखने की अपील की
बांग्लादेश में गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने बंगभवन में शपथ ली। मोहम्मद यूनुस ने देशभर में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। नौकरियों में आरक्षण के मुद्दे से शुरू हुए आंदोलन के बाद शेख हसीना ने पहले प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया और अब वह भारत में हैं।
मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की आवाम के नाम एक अपील जारी करते हुए कहा कि मैं सभी से शांत रहने की अपील करता हूं। सभी प्रकार की हिंसा से दूर रहें। मोहम्मद यूनुस ने पेरिस से निकलते हुए कहा था कि वह देश में जाकर हालात का जायज़ा लेंगे और देखेंगे कि कैसे सभी को संगठित कर सकते हैं। मोहम्मद यूनुस को लेकर विपक्षी दलों का रुख क्या होगा? यह स्थिति भी अभी साफ नहीं हो पाई है।