बलूच नागरिकों ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों के साथ मिलकर यहां पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास के बाहर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर मानवाधिकार के उल्लंघन, अपने ही नागरिकों की हत्या और अपहरण, महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार के मामलों के लिए पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए और हाल ही में उरी में पाकिस्तान प्रायोजित नृशंस और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की निंदा की। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर लोग बलूच कार्यकर्ताओें के अमेरिकन दोस्त और अमेरिकी-भारतीय समुदाय के लोग थे। इन लोगों ने हाथों में जो तख्तियां ले रखी थीं, उन पर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों, महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे अन्याय को बताया गया था। इन लोगों ने अमेरिकी सरकार से मांग की है कि वो पाकिस्तान को वित्तीय मदद देना बंद करें।

दो दिन पहले संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव इनाम गंभीर ने कहा था कि प्राचीन समय में शिक्षण का सबसे बड़ा केंद्र रहा तक्षशिला आज आतंकवादियों की आइवी लीग बना हुआ है। विरोध प्रदर्शन की समाप्ति अमेरिका और भारत के राष्ट्रगान के गायन के साथ हुई। रविवार (18 सितंबर) को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी हमले में कश्मीर के उरी में 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।