पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी अपनी बेटी को राजनीति में उतारने की योजना बना रहे हैं। यह कदम जरदारी के अपने पुत्र बिलावल के साथ रिश्तों में खटास का संकेत देता है।

बिलावल भुट्टो जरदारी आधिकारिक तौर पर पिछले साल राजनीति में उतरे थे लेकिन पार्टी मामलों से निपटने को लेकर शीघ्र ही उनका अपने पिता से मतभेद हो गया।

पार्टी सूत्रों के अनुसार बिलावल लंदन में रह रहे हैं और उच्च शिक्षा के लिए दो साल के लिए राजनीति से ब्रेक लेने की योजना बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी।

सूत्रों ने बताया, ‘‘उनकी अनुपस्थिति में पार्टी को अग्रिम मोर्चे पर एक भुट्टो चाहिए और जरदारी ने अपनी बेटी बख्तावर को राजनीति में उतारने का फैसला किया है।’’