एक एशियाई अमेरिकी छात्र ने एक शिकायत की है जिसमें कहा गया है कि कोलंबिया विश्वविद्यालय और कॉर्नेल विश्वविद्यालय ने उसे प्रवेश देने से ‘गलत तरीके’ से इंकार किया है। इसके बाद एक संगठन ने उसके तथा एक भारतीय अमेरिकी के खिलाफ कथित भेदभाव के आरोपों की जांच की मांग की है। ‘एशियन अमेरिकन कॉलेशन फॉर एजुकेशन’ ने अमेरिकी शिक्षा विभाग के नागरिक अधिकार कार्यालय (ओसीआर) के सहायक मंत्री कैथरीन लहमो को लिखे पत्र में कहा है कि ऑरलैंडो में रहने वाले एशियाई अमेरिकी छात्र हुबर्ट झाओ को दो विश्वविद्यालयों ने प्रवेश देने से अनुचित तरीके से इंकार कर दिया।
पत्र में कहा गया है कि यह बताने की जरूरत है कि उसके हाई स्कूल के ग्रैजुएट हो रहे 700 छात्रों में से सिर्फ हुबर्ट और एक अन्य भारतीय अमेरिकी छात्र ने नेशनल मेरिट सेमिफाइनलिस्ट के तौर पर जगह बनाई। पत्र में दावा किया गया है कि अमेरिका के शीर्ष 20 विश्वविद्यालय में किसी ने भी उन्हें प्रवेश नहीं दिया। उसके हाई स्कूल के विभिन्न जातीय समूहों के अन्य छात्र जो पढ़ाई में कमजोर थे और जिनकी पाठ्येतर साख भी कम थी उन्हें शीर्ष 20 विश्वविद्यालयों में से कुछ ने अपने यहां दाखिला दे दिया।
भारतीय अमेरिकी छात्र की पत्र में पहचान नहीं बताई गई है। एएसीई के उपाध्यक्ष जैक औयांग ने कहा कि हुबर्ट के साथ जो हुआ यह कई कॉलेजों द्वारा एशियाई अमेरिकी छात्रों के साथ किए जा रहे व्यापक और व्यवस्थित गैरकानूनी भेदभाव का एक और उदाहरण है।