एंटीगुआ और बरबुडा चाहते हैं कि भारत से भागे हीरा कारोबारी और पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी को डोमनिका से सीधा भारत भेज दिया जाए। लोकल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कैरेबियाई देश की कैबिनेट में इस तरह का फैसला भी लिया गया है। मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट में कैबिनेट मिनट्स प्रकाशित हुए हैं। जिसमें चोकसी का मामला छाया रहा। इस बैठक में कहा गया है कि चोकसी अब डोमिनिका की समस्या है और यदि वह एंटीगुआ और बारबुडा वापस आता है तो उनके लिए “समस्या वापस आने जैसा होगा।
मीडिया आउटलेट एंटीगुआ ब्रेकिंग न्यूज के अनुसार प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया कि कानून प्रवर्तन अधिकारी चोकसी के एंटीगुआ से “प्रस्थान” की परिस्थितियों पर खुफिया जानकारी जुटाना जारी रखेंगे। कैबिनेट मिनट्स में कहा गया है कि एंटीगुआ और बारबुडा के मंत्रिमंडल की प्राथमिकता चोकसी को डोमिनिका से भारत वापस भेजने की है। चोकसी 23 मई को एंटीगुआ और बारबुडा से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था, जहां वह 2018 से एक नागरिक के रूप में रह रहा था। जिसे बाद में अपनी कथित प्रेमिका के साथ अवैध प्रवेश के लिए डोमिनिका में हिरासत में लिया गया था।
चोकसी के वकीलों ने आरोप लगाया कि एंटीगुआ और भारतीय जैसे दिखने वाले पुलिसकर्मियों ने उन्हें एंटिगुआ के जॉली हार्बर से अपहरण किया और एक नाव से डोमिनिका ले आए। डोमिनिका हाई कोर्ट चोकसी की ओर से दायर एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें उसने अवैध तरीके से हिरासत में लेने को चुनौती दी है।
चोकसी को अवैध प्रवेश के आरोपों का जवाब देने के लिए हाई कोर्ट के आदेश पर रोसेउ मजिस्ट्रेट के सामने भी लाया गया था, जहां उसने दोषी माने से इनकार कर दिया और जमानत पर रिहा करने का अनुरोध किया, लेकिन इस बात को नामंजूर कर दिया गया।
आपको बता दें कि चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी ने जनवरी, 2018 के पहले सप्ताह में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 13,500 करोड़ रुपए के घोटाले से भारतीय बैंकिंग उद्योग को हिलाकर रख दिया था। जिसके बाद मोदी यूरोप भाग गया और उसे बाद में लंदन में हिरासत में लिया गया। जबकि चोकसी ने 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ली थी, जहां वह दिल्ली से भागने के बाद से रह रहा था।