नेपाल के एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग ब्यूरो ने शनिवार (31 दिसंबर, 2019) को चार चीनी नागरिकों सहित दस लोगों को कथित तौर पर दुल्हन की तस्करी वाला रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। खबर के मुताबिक चीनी नागरिकों को काठमांडू में त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। इनके नाम जेन जियानजडोंग, झांग डोंगहुई, क्वान झान पेंग और किन लियांग हैं। चारों चीन के हुबेई प्रांत के निवासी हैं। बाकी आरोपी नेपाली हैं जिनकी पहचान रीना तमांग बिबिरानी, पारबती गुरुंग, अमृता गुरुंग, उषा घिमिरे, रोज तमांग और भारत तमांग के रूप में की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ईश्वर बाबू कर्की ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘ये लोग नेपाली लड़कियों और महिलाओं की तस्करी में लिप्त थे, जिन्हें दुल्हन बनाकर चीन भेजा जाता था।’ ईश्वर बाबू कर्की ने बताया, ‘सबसे पहले हमने दो चीन नागरिकों क्वान झान पेंग और किन लियांग को गिरफ्तार किया। बुधवार को एयरपोर्ट से इनके कब्जे से दो नेपाली दुल्हनों को बचाया गया। बाद में हमें उनके पूरे गिरोह के बारे में जानकारी मिली। इस दौरान हमने आठ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया और इनके कब्जे से पांच पीड़िताओं को बचाया।’
बता दें कि गिरोह के नेपाली संचालक चीनी तस्करों के लिए काम करते थे। गिरोह के सदस्य नेपाल के दूर-दराज के इलाकों से लड़कियों और महिलाओं को चीन में अच्छा रोजगार दिलाने के लालच में अपने साथ लाते और उन्हें चीनी गिरोह के हवाले कर देते। चीन में इन महिलाओं का इस्तेमाल दुल्हन खरीदने की प्रथा के रूप में किया जाता। बता दें कि चीन के कुछ हिस्सों में अभी भी यह प्रथा प्रचलित है जहां दुल्हन खरीदी जाती हैं।
पुलिस ने कहा कि एक चीनी दूल्हे ने दुल्हन की व्यवस्था के लिए नेपाली गुर्गों को दस लाख रुपये का भुगतान किया। पुलिस ने बताया कि नेपाली तस्करों में से एक ने तोखा में पीड़ितों को अच्छी दुल्हन बनने की ट्रेनिंग देने के लिए एक घर भी किराए पर ले रखा था।
इसके बाद दूल्हे को नकली शादी के दस्तावेज तैयार करने से पहले अपनी ‘भावी दुल्हनों’ के साथ वीडियो चैट करने का मौका भी दिया जाता था। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल फोन, 22 लाख नेपाली रुपए और विदेशी मुद्रा बरामद की है।

