अमेरिका अब अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक बड़ा ही अजीब कदम उठा सकता है। इसके तहत अमेरिका अब अपने देश में आ रहे विदेशियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी लेगा। न्यूज वेबसाइट पोलिटिको के मुताबिक अमेरिका अब अपने देश में आने वाले किसी भी विदेशी के फेसबुक, लिंक्डइन, गूगल+ और यूट्यूब अकाउंट्स की जानकारी लेगा। खबर के मुताबिक विदेशी टूरिस्ट्स को अमेरिका पहुंचने पर एक फॉर्म भरने का ऑपशन दिया जाएगा जिसमें वह अपने फेसबुक, लिंक्डइन, गूगल+ और यूट्यूब अकाउंट्स की जानकारी भरेंगे। अमेरिका के इस कदम का मकसद अपनी सुरक्षा को कड़ी करने का है।

खबर के मुताबिक यह कदम उन लोगों की पहचान करने के लिए उठाया गया है जिनकेआईअसआईअस या फिर किसी और आतंकी संगठन के साथ संबंध हो सकते है। वहीं इस फैसले का अमेरिकी इंटरनेट एसोसिएशन ने कड़ी आलोचना की है। एसोसिएशन के मुताबिक यह फ्रीडम ऑफ एस्प्रेशन का हनन है और इससे विदेशी नागरिकों की सिक्योरिटी भी खरते में पड़ सकती है। अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन के चीफ ने भी नए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इस फैसले पर अभी तक कोई गाइडलाइन्स भी नहीं हैं।

यह फैसला 19 दिसंबर को लिया गया था। दूसरी तरफ ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि शुरुआती दौर में अगर यात्रियों फॉर्म भरने से इंकार करते हैं तो एयरपोर्ट पर उन्हें नहीं रोका जाएगा लेकिन आने वाले समय में इस नियम को लेकर सख्ती की जा सकती है।गौरतलब है कि यह फैसला रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बनने के बाद लिया गया है जो अपने विवादित बयानों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमेशा सुर्खियों में रहे थे।