अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट का आयोजन 29 सितंबर को हुआ। इस डिबेट में राष्ट्रपति पद के दावेदार और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने मौजूदा राष्ट्रपति और रिपब्लिक पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर उनके टैक्स रिटर्न्स के मुद्दे पर निशाना साधा। डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों अपने टैक्स रिटर्न को लेकर आलोचकों के निशाने पर हैं। बता दें कि एनवाईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2016 और 2017 में सिर्फ 750-750 डॉलर ही टैक्स के रूप में दिए हैं। इतना ही नहीं बीते 15 सालों में से 10 सालों में ट्रंप ने कोई टैक्स नहीं दिया है। हालांकि ट्रंप ने इससे इंकार किया है।

इसी मुद्दे पर प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान जो बाइडेन ने उनसे पूछा कि वह अपने टैक्स रिटर्न्स कब दुनिया को दिखाएंगे? इस पर ट्रंप ने कहा कि वह जल्द ही इसे जारी करेंगे। जिस पर बाइडेन ने कहा कि “कब? इंशाल्लाह।” बाइडेन द्वारा इंशाल्लाह शब्द का इस्तेमाल करने के चलते यह सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। खासकर अमेरिकी मुस्लिम लोगों और अरब मूल के लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर खूब ट्वीट किए।

कई अमेरिकी नागरिक बाइडेन के इस शब्द को समझ ही नहीं पाए। जिसके चलते बड़ी संख्या में अमेरिकी लोगों ने गूगल पर इंशाल्लाह शब्द सर्च किया। जिनमें “इंशाल्लाह क्या है?” “इंशाल्लाह का मतलब क्या है?” जैसे सवाल प्रमुख थे।

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति पद की यह डिबेट अमेरिका के क्लीवलैंड के ओहायो में आयोजित हुई। दोनों ही नेता इस डिबेट में अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। ट्रंप ने डिबेट के बाद कहा कि मुझे लगता है कि वह (बाइडेन) बहुत कमजोर हैं। वह शोर मचा रहे थे। हमने लगभग हर चुनाव में बहस जीती जो मैंने लड़ी है। डिबेट के दौरान बाइडेन ने कहा कि सच ये है कि उन्होंने (डोनाल्ड ट्रंप) ने जो कुछ भी कहा है वह झूठ है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में साफ तौर पर सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की गारंटी देने से इंकार कर दिया था। अभी दो और बार डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन डिबेट में आमने सामने होंगे। इनके अलावा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेंस और कमला हैरिस के बीच भी डिबेट होगी।