अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने देश में अवैध प्रवासियों को लेकर काफी सख्त हैं। उन्होंने अमेरिका से सटे मैक्सिको बॉर्डर पर नेशनल इमरजेंसी लगा दी है। नेशनल इमरजेंसी लगने से बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई जाएगी। बता दें कि अमेरिका और मैक्सिको बॉर्डर पर अवैध रूप से आने वालों की संख्या सबसे अधिक है। यह बॉर्डर करीब 3000 किलोमीटर में फैला हुआ है।
अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर के दायरे में 4 अमेरिकी और 6 मैक्सिको के राज्य आते हैं। यह बॉर्डर रेगिस्तान, नदी और पहाड़ों के बीच फैला हुआ है। लेकिन यहां पर पक्की पेट्रोलिंग नहीं है, ना ही कोई दीवार या बाड़ लगाई गई है। ऐसे में घुसपैठियों के लिए यह एक एंट्री पॉइंट है। प्यू रिसर्च के अनुसार अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या 1 करोड़ 5 लाख तक है। वहीं अवैध प्रवासियों की अमेरिका में तीसरी सबसे बड़ी आबादी भारतीय है। रिसर्च के अनुसार अमेरिका में लगभग 7,25,000 भारतीय अवैध प्रवासी के रूप में रहते हैं।
अवैध प्रवासियों को घुसपैठिया बताते रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अवैध प्रवासियों को घुसपैठिया बताते रहे हैं। 2021 तक दुनिया के लगभग हर क्षेत्र से अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने वाले अवैध प्रवासियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। सेंट्रल अमेरिका में करीब 2,40,000 अवैध प्रवासियों ने एंट्री ली है। दक्षिण और पूर्वी एशिया में 1,80,000 अवैध प्रवासियों ने एंट्री ली है।
अवैध प्रवासियों की सबसे बड़ी आबादी कैलिफोर्निया में रहती है, जो करीब 19 लाख है। वहीं फ्लोरिडा में 9 लाख, न्यूयॉर्क में 6 लाख और न्यू जर्सी में 4.5 लाख है। बता दें कि अमेरिका में रहने वाले मेक्सिको के अवैध प्रवासियों की संख्या 2021 में 41 लाख पार कर चुकी थी।
मैक्सिको के अलावा सल्वाडोर की करीब 8 लाख आबादी अवैध प्रवासी के रूप में अमेरिका में रहती है। वहीं तीसरे नंबर पर भारतीय हैं। जबकि गवाटेमाला की 7 लाख आबादी अवैध प्रवासी के रूप में अमेरिका में रहती है। इसके अलावा कैरेबियाई देश, दक्षिण अमेरिका, एशिया, यूरोप और अफ्रीका के देशों से भी अवैध प्रवासियों की काफी वृद्धि हुई है। अमेरिका में अवैध प्रवासियों को देखने वाली सरकारी संस्था ICE ने 15 लाख लोगों की एक लिस्ट बनाई है, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रही है। इन्हीं 15 लाख को देश से बाहर भेजना ट्रंप के एजेंडे का हिस्सा है।
अमेरिका में घुसपैठ इसलिए भी बढ़ी है क्योंकि कई प्रवासी टूरिस्ट या स्टूडेंट वीजा लेकर घूमने आते हैं और इसके बाद वापस नहीं लौटते हैं। कहा जाता है कि वह छोटे-मोटे काम करते हुए अमेरिका में ही छिपकर रहते हैं। अमेरिका में अवैध प्रवासियों के कारण मानव तस्करी करने वालों की संख्या भी काफी बढ़ी है। ऐसे में ड्रग तस्करों का गिरोह भी यहां पर एक्टिव हुआ और इससे उनकी सुरक्षा को भी खतरा हुआ।
जब ट्रंप ने पहली बार पद संभाला था, तब 2019 में उन्होंने मैक्सिको सीमा पर आपातकाल घोषित किया था और दीवार बनवानी शुरू कर दी थी। हालांकि 2021 में जो बाइडेन ने इस पर रोक लगा दी। माना जा रहा है कि अब ट्रंप के वापस आने के बाद यह काम फिर से शुरू हो सकता है।