Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने कार्यकाल के दौरान मानवता के खिलाफ किए गए कथित अपराधों पर कोर्ट के फैसले से पहले प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्हें ऐसे फैसलों की परवाह नहीं है। इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल के फैसले से अपने समर्थकों को भेजे एक ऑडियो मैसेज में अवामी लीग की नेता ने कहा कि यूनुस की अंतरिम सरकार उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है।

अवामी लीग नेता ने बंगाली में कहा, “यह इतना आसान नहीं है, अवामी लीग जमीनी स्तर से उभरी है, किसी सत्ता हड़पने वाले की जेब से नहीं।” हसीना ने कहा, “लोग इस भ्रष्ट, उग्रवादी और हत्यारे यूनुस और उसके साथियों को दिखा देंगे कि बांग्लादेश कैसे बदल सकता है, लोग न्याय करेंगे।” अपने समर्थकों से चिंता न करने का आग्रह करते हुए पूर्व सीएम ने कहा, “मैं जिंदा हूं, मैं जिंदा रहूंगी, मैं फिर से लोगों के कल्याण के लिए काम करूंगी और मैं बांग्लादेश की धरती पर न्याय करूंगी।”

मोहम्मद यूनुस पर लगाया सत्ता हड़पने का आरोप

यूनुस पर सत्ता हड़पने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के संविधान के अनुसार चुने गए प्रतिनिधियों को बलपूर्वक उनके पदों से हटाना दंडनीय है। उन्होंने कहा, “यूनुस ने अपनी सोची-समझी चालों से ठीक यही किया है।” यूनुस पर सत्ता हड़पने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के संविधान के अनुसार निर्वाचित प्रतिनिधियों को बलपूर्वक उनके पदों से हटाना दंडनीय है। उन्होंने कहा, “यूनुस ने अपनी सोची-समझी चालों से ठीक यही किया है।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले साल के विद्रोह के दौरान छात्र प्रदर्शनकारियों की मांगों को मान कर लिया था, लेकिन नई मांगें आती रहीं। हसीना ने कहा, “उनका उद्देश्य अराजक स्थिति पैदा करना था।”

ये भी पढे़ं: शेख हसीना पर आज कोर्ट का फैसला, बांग्लादेश में तनाव

पूर्व पीएम शेख हसीना भारत आ गईं

पूर्व पीएम शेख हसीना पिछले साल अपनी सरकार के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद दिल्ली आ गई थीं। उनके बांग्लादेश से चले जाने के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन हुआ। इसके बाद शेख हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया। मामले की सुनवाई कर रही अदालत ने हसीना को ढाका में मुकदमे में शामिल होने का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने समन की अवहेलना की।

अपने शासन के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने 10 लाख रोहिंग्याओं को शरण दी और वे मुझ पर मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं।” शेख हसीना ने कहा यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार ने पुलिसकर्मियों, अवामी लीग कार्यकर्ताओं, वकीलों, पत्रकारों और सांस्कृतिक हस्तियों की हत्या करने वालों को माफी दे दी। उन्होंने कहा, “लेकिन ऐसे लोगों को माफी देकर, उन्होंने असल में खुद पर ही दोष मढ़ लिया है।”

मुझे फैसले से कोई फर्क नहीं पड़ता- शेख हसीना

हसीना ने कहा कि इस माफी ने पीड़ितों के परिवार के लिए न्याय के दरवाजे बंद कर दिए हैं। शेख हसीना ने आगे कहा, “उन्हें फैसला सुनाने दीजिए। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अल्लाह ने मुझे जिंदगी दी है, अल्लाह इसे छीन भी लेगा, लेकिन मैं अपने देश के लोगों के लिए काम करती रहूंगी। मैंने अपने माता-पिता, अपने भाई-बहनों को खोया है और उन्होंने मेरा घर जला दिया है।” हसीना ने जोर देकर कहा कि ऐसे अदालती फैसले उन्हें नहीं रोक पाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं जनता के साथ हूं। मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कह रही हूं, चिंता मत करो, यह समय की बात है, मुझे पता है कि आप तकलीफ में हैं, हम इसे नहीं भूलेंगे, हर चीज का हिसाब लिया जाएगा और मुझे विश्वास है कि मैं इसका बदला चुका पाऊंगी, इंशाअल्लाह।”