अफगानिस्तान में हिंदुकुश पर्वत श्रेणी में केंद्र वाले शक्तिशाली भूकम्प से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में धरती हिल गई। इससे लोग दहशत में आकर अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। रिक्टर पैमाने पर इस भूकम्प की तीव्रता 6.8 आंकी गई। भूकम्प से अभी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है।
दक्षिण गुजरात के सूरत और तापी जिलों में रिक्टर पैमाने पर 3.4 तीव्रता का भूकम्प का हल्का झटका महसूस किया गया। इसका केंद्र नंदवी कस्बे में था। इससे काकरापाड़ में स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र को किसी क्षति की खबर नहीं है। पाकिस्तान में भूकम्प के झटके महसूस किए गए। इसमें एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के मुताबिक भूकम्प की तीव्रता 6.6 थी। इसका केंद्र अफगानिस्तान के अक्षशाम में 210 किलोमीटर की गहराई पर था।
‘राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र’ के संचालन प्रमुख जेएल गौतम ने कहा, ‘हिंदुकुश पर्वतीय क्षेत्र में 190 किलोमीटर की गहराई पर शाम तीन बजकर 58 मिनट पर भूकम्प आया। इसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.8 रही।’ भूकम्प का झटका पाकिस्तान, जम्मू कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में महसूस किया गया।
रविवार को दिन में आए इस भूकम्प के बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए। भूकम्प के समय दिल्ली सचिवालय में मौजूद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘भूकम्प, यह बहुत डराने वाला था। मैं दिल्ली सचिवालय की छठी मंजिल के कार्यालय में फर्नीचर और पेड़ों को हिलते हुए देख सकता हूं। आशा है कि सब ठीक होगा।’
भूकम्प के झटके महसूस किए जाने के दिल्ली मेट्रो सेवाओं को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। दिल्ली मेट्रो के एक अधिकारी ने कहा, ‘भूकम्प के बाद सेवाएं कुछ समय के लिए रोकी गईं। लेकिन हमने जल्दी ही संचालन फिर से शुरू किया।’ दिल्ली दमकल विभाग और पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि नियंत्रण कक्षों को किसी इमारत में कोई क्षति या किसी बड़े नुकसान के बारे में कोई काल नहीं आई।
भूकम्प विज्ञान अनुसंधान संस्थान के अधिकारियों ने कहा कि सूरत और तापी जिलों में दिन में करीब तीन बजकर चार मिनट पर भूकम्प का हल्का झटका महसूस किया गया। सूरत के जिला कलेक्टर राजेंद्र कुमार ने कहा कि कम तीव्रता के भूकम्प का केंद्र सूरत के पास नंदवी कस्बे में था। उन्होंने कहा कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। परमाणु ऊर्जा संयंत्र वाले तापी के काकरापाड़ कस्बे में भूकम्प का झटका महसूस किया गया। लेकिन केंद्र को किसी क्षति की खबर नहीं है।
वहीं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर समेत पाकिस्तान के अनेक हिस्सों में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए। इसकी तिव्रता 7.1 थी। भूकम्प के झटके 10-15 सेकेंड तक महसूस किए गए। भूकम्प के झटके खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्रों में भी महसूस किए गए। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार के एक अधिकारी ने बताया कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर इलाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई। पेशावर में नौ लोग घायल हो गए।
पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि रिक्टर स्केल पर भूकम्प की तीव्रता 7.1 मापी गई। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने भूकम्प की तीव्रता 6.6 बताई है। इसका केंद्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर चित्राल के निकट अफगान क्षेत्र अक्षशाम में 210 किलोमीटर की गहराई में था।
* इससे पहले गुजरात में आया 3.4 तिव्रता का भूकम्प
* अफगानिस्तान में हिंदुकुश पर्वत में था केंद्र