Abu Katal Singhi Killed In Pakistan: भारत का एक और दुश्मन और दहशतगर्द अबु कताल सिंघी मारा गया है। भारत में तीर्थयात्रियों की बस पर हमला करने में शामिल अबु लंबे समय से गायब चल रहा था, अब उसकी मौत की खबर आई है।

रियासी आतंकी हमला क्या था?

अबु कताल को लेकर बताया गया है कि यह लश्कर का टॉप आतंकी था, मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में चल रहा था। अबु वही आतंकी है जिसने पिछले साल 9 जून को रियासी में एक तीर्थयात्रियों से लदी बस में आतंकी हमला किया था। उस हमले में कई श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। अब अज्ञात हमलावरों ने उसी अबु कताल को मौत के घाट उतार दिया है। उसकी हत्या को लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।

भारत के कई दुश्मन पाकिस्तान में ढेर

रियासी आतंकी हमले की बात करें तो राजौरी जिले की सीमा से लगे रियासी जिले के पौनी इलाके में शिवखोड़ी से कटरा जा रही तीर्थ यात्रियों की बस को आतंकवादियों ने अपना निशाना बनाया था। उस वजह से बस ड्राइवर ने अपना कंट्रोल खो दिया और बस खाई में जाकर गिर गई थी। इसमें 9 लोगों की जान चली गई और 33 लोग घायल हो गए। जब NIA ने इस आतंकी हमले की जांच शुरू की, सबसे प्रमुख नाम अबु कताल का सामने आया, उसकी भूमिका सवालों में थी। अब संदिग्ध स्थिति में वो मारा गया है, इससे पहले भी भारत के कई दुश्मन इसी अंदाज में पाकिस्तान में ढेर हुए हैं।

हाफिज का राइट हैंड है अबु कताल

वैसे अबु का जाना सिर्फ लश्कर के लिए झटका नहीं है, हाफिज सईद के लिए भी बड़ा सदमा है। अबु को हाफिज का राइट हैंड माना जाता था, वो उसका काफी करीबी था, पहले भी हुए कई हमलों में उसका साथी था। ऐसे में अबु कताल के जाने से हाफिज और ज्यादा कमजोर हुआ है। जानकारी के लिए बता दें कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां कई सालों से हाफिज के पीछे भी पड़ी हैं, 26/11 आतंकी हमले में वो मास्टरमाइंड है।

कौन है हाफिज सईद

हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और मुखिया है। पाकिस्तान में वो जमात-उद-दावा नाम का एक संगठन चलाता है। हाफिज सईद का जन्म पांच जून 1950 को पाकिस्तान के सरगोधा, पंजाब में हुआ था। वह इस समय करीब 70 साल का है। उसकी पत्नी का नाम मैमूना सईद और बेटे का नाम तलहा सईद है। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय उसका परिवार हरियाणा के हिसार से लाहौर चला गया था। हाफिज सईद 2008 (26/11) में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों का मास्टरमाइंड भी है। इस हमले में 164 लोगों की जान चली गई थी और साल 2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी उसका ही हाथ रहा है। वैसे इस समय दुनिया ने सिर्फ अबु कताल का मरना नहीं देखा है, बल्कि अमेरिका की एयर स्ट्राइक ने यमन की भी नींद उड़ा दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें