युगांडा में हुए एक हमले में 41 लोगों की मौत हो गयी है। मरने वाले लोगों में 38 छात्र हैं। बॉर्डर के मेयर का कहना है कि यह हमला कुछ संदिग्ध विद्रोहियों ने किया है। पुलिस का कहना है कि अशांत पूर्वी कांगो में अपने ठिकानों से सालों से हमले कर रहे एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस के विद्रोहियों ने सीमावर्ती कस्बे मपोंडवे के लुबिरिहा सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार देर रात छापा मारा था।
युगांडा बॉर्डर के मेयर सेलेवेस्ट मापोज़ ने कहा कि मारे गए लोगों में 38 छात्र, एक गार्ड और स्थानीय समुदाय के दो सदस्य शामिल हैं, जिन्हें स्कूल के बाहर गोली मार दी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक शनिवार इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े संदिग्ध युगांडा के विद्रोहियों ने कांगो सीमा के पास एक स्कूल पर हमला किया है। जिस स्कूल पर हमला हुआ है उसकी दूरी कांगो सीमा से लगभग 2 किलोमीटर है।
पुलिस ने क्या जानकारी दी है?
पुलिस ने जानकारी दी है कि एक छात्रावास में आग लगा दी गई और एक खाद्य भंडार लूट लिया गया। अब तक स्कूल से 25 शव बरामद किए गए हैं और उन्हें बवेरा अस्पताल में लाया गया है। एक सरकारी अधिकारी और एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि अन्य का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने कहा कि युगांडा के सैनिकों ने हमलावरों को कांगो के विरुंगा नेशनल पार्क में ट्रैक किया। सेना ने एक बयान में पुष्टि की कि कांगो के अंदर युगांडा के सैनिक दुश्मन का पीछा कर रहे हैं।
कासे में युगांडा के राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व करने वाले एक अधिकारी जो वालुसिम्बी ने द एसोसिएटेड प्रेस को फोन पर बताया कि अधिकारी पीड़ितों और अगवा किए गए लोगों की संख्या की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। एक प्रभावशाली राजनीतिक नेता और क्षेत्र के पूर्व विधायक विनी किजा ने ट्विटर पर हमले की निंदा की है। उन्होने कहा स्कूलों पर हमले अस्वीकार्य हैं और बच्चों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है।
एलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेस, या एडीएफ पर हाल के वर्षों में पूर्वी कांगो के दूरदराज के हिस्सों में नागरिकों को निशाना बनाते हुए कई हमले करने का आरोप लगाया गया है।