इसे कहते हैं किस्मत और समय का खेल। एक समय अफगानिस्तान के चमकते सितारे रहे मंत्री पलक झपकते ही अर्श से फर्श पर आ गए। IT मंत्री रहे सैयद अहमद शाह सआदत जर्मनी में पिज्जा बेच रहे हैं। पिज्जा कंपनी की यूनिफॉर्म पहने हुए वह जर्मन शहर लीपजिग में साइकिल से पिज्जा डिलीवरी कर रहे हैं।

सैयद अहमद शाह एक समय अफगान सरकार की धुरी थे। उन्होंने IT मंत्री रहते अफगानिस्तान में सेल फोन नेटवर्क को बढ़ावा दिया था। बाद में वे अफगानिस्तान छोड़कर जर्मनी आ गए थे। अलजजीरा के हवाले से सआदत ने बताया कि उन्होंने पिछले साल ही सूचना मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।

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राष्ट्रपति अशरफ गनी से उनके कई मसलों पर मतभेद थे। इस्तीफा देकर कुछ समय वे देश में ही रहे। लेकिन फिर जर्मनी चले आए। शुरुआत में सब अच्छे से चलता रहा, लेकिन पैसे की कमी होने के बाद उन्होंने पिज्जा डिलीवरी बॉय बनना तय किया। उनका कहना है कि डिलीवरी का काम करने में कोई शर्म की बात नहीं है।

उधर, तालिबान ने मंगलवार को कभी अपने कट्‌टर विरोधी रहे गुल आगा शेरजई को वित्तमंत्री नियुक्त किया है। शेरजई पहले कंधार और फिर नंगरहार के गवर्नर रहे हैं। मुल्ला सखाउल्लाह को कार्यवाहक शिक्षा मंत्री और अब्दुल बारी को उच्च शिक्षा मंत्री बनाया है। सद्र इब्राहिम को अंतरिम गृह मंत्री बनाया गया है। वहीं, मुल्ला शिरीन को काबुल का गवर्नर और हमदुल्ला नोमानी को काबुल का मेयर बनाया गया है।

अमेरिकी सांसदों ने काबुल की अचानक यात्रा की

अमेरिकी कांग्रेस के दो सदस्य अफगानिस्तान में अराजक स्थिति के बीच बिना किसी पूर्व सूचना के काबुल हवाई अड्डे पर पहुंच गए जिसके चलते विदेश विभाग और अमेरिकी सैन्य कर्मियों को उन्हें सुरक्षा एवं सूचना मुहैया कराने के लिए संसाधन लगाने पड़े। यह जानकारी अमेरिकी अधिकारियों ने दी। सेठ मौलटन और पीटर मीजर मंगलवार को चार्टर विमान से गए और वापस आए। वो कई घंटों तक काबुल हवाई अड्डे पर रहे। इससे अधिकारियों ने यह शिकायत की कि दोनों द्वारा ली गई सीटों का इस्तेमाल अन्य अमेरिकियों या देश से निकलने वाले अन्य व्यक्तियों द्वारा किया जा सकता था।

हालांकि कांग्रेस सदस्यों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि उन्होंने उस उड़ान से आना सुनिश्चित किया जिसमें सीटें खाली थीं। दोनों ने एक बयान में कहा, हमारा कर्तव्य है कि हम कार्यपालिका की निगरानी करें। हमने यह यात्रा गुप्त रूप से की और हमारे रवाना होने के बाद ही बताया ताकि जमीन पर लोगों के लिए जोखिम और व्यवधान को कम किया जा सके। हम वहां जानकारी इकट्ठा करने के लिए थे।