हिंदुओं के भगवान हनुमान जी को दलित बताकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घिर गए हैं। योगी के इस बयान पर संत समाज ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। अखिल भारतीय सर्व ब्राह्मण समाज की तरफ से अब यूपी के सीएम को कानूनी नोटिस भेजा गया है और तीन दिनों के अंदर उन्हें अपने बयान को लेकर माफी मांगने के लिए कहा गया है। योगी के बयान से गुस्साए संतों का कहना है कि हनुमान जी दलित नहीं बल्कि ब्राह्मण थे और उन्हें क्षत्रिय की उपाधि मिली हुई थी।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर कई कांग्रेसी नेताओं ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। इधर अब सोशल मीडिया पर भी योगी आदित्यनाथ के बयान को लेकर खूब चर्चा हो रही है। कई ट्विटर यूजर्स सीएम के इस बयान पर मजे ले रहे हैं और तरह-तरह की फनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
सोच रहा हूं भगवान श्रीरामचंद्रजी की मूर्ति को
1008 मीटर की कर दूँ #चीन और #पाकिस्तान दोनों यही से दर्शन कर लेंगे।।
जय जय हो माननीय मुख्यमंत्री श्री #योगी_आदित्यनाथ_जी की।
pic.twitter.com/G72L3YgcNa— Reshma Mohan Lalwani (@ReshmaLalwani6) November 28, 2018
हनुमान जी दलित थे,
नेहरू मुस्लिम थे,मोदी विष्णु का अवतार हैं
और जनता बेवकूफ !
!! ठीक है !!pic.twitter.com/nMbuSxaH3o— RANA G (@TariqRana_G_55) November 29, 2018
क्या कहा था योगी आदित्यनाथ ने?
राजस्थान के अलवर के मालाखेड़ा में चुनाव प्रचार के दौरान यूपी के सीएम ने मंच पर अपने भाषण के दौरान कहा था कि एक ऐसा लोक देवता हैं जो अब स्वयं वनवासी हैं, गिरवासी हैं, दलित हैं, वंचित हैं। पूरे भारतीय समाज को उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंग बली करते हैं। योगी आदित्यनाथ के इसी बयान के बाद हंगामा शुरू हुआ।