वैसे तो कांग्रेस मुक्त भारत का संकल्प बीजेपी ने लिया है, लेकिन फिलहाल बाबा रामदेव इस प्राचीन पार्टी की परेशानी की वजह बन गए हैं। कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा नाराज हो गए हैं। उनका मन रखने के लिए साले राहुल गांधी को धरने पर बैठना पड़ रहा है। वजह बाबा रामदेव का फलता-फूलता कारोबार बताया जा रहा है।
असल में बाबा रामदेव ने एक सिक्योरिटी एजेंसी शुरू की है। इसकी घोषणा होते ही वाड्रा यह कहते हुए नाराज हो गए कि उन्होंने भी इसके लिए लाइसेंस मांगा था, पर उन्हें नहीं मिला। वह इस बात से खासे नाराज बताए जाते हैं कि आज उनकी पार्टी की इतनी हैसियत भी नहीं रही कि उन्हें अदद लाइसेंस तक दिलवा सके।
उनकी नाराजगी दूर करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सांकेतिक धरना देने का फैसला किया है। धरने में भीड़ दिखाने के लिए उन्होंने तमाम बड़े और आम कांग्रेसियों को भी सर्कुलर भेजा है। उन सबसे धरने में शामिल होने के लिए कहा गया है।
बता दें, जिस तरह पैसा कमाने के लिए रॉबर्ट वाड्रा किसान बन गए थे, उसी तरह योग गुरू बाबा रामदेव बिजनेस मैन बन गए। पैसा कमाने के लिए कहें या देश की जनता की रक्षा के लिए कहें, बाबा रामदेव ने पराक्रम सुरक्षा प्राइवेट लिमिटेड नाम की सुरक्षा कंपनी खोली है। बाबा की इस कंपनी का काम देश की जनता की सुरक्षा करके उनसे पैसा लेना होगा। बाबा की इस कंपनी में देश के युवाओं को फिट बनाकर सुरक्षा में लगाया जाएगा।
उधर कांग्रेस पार्टी सत्ता से बाहर क्या हुई रॉबर्ट वाड्रा को कोई ठेका नहीं मिल रहा है। गुरूवार को बाबा रामदेव ने प्राइवेट कंपनी का उद्घाटन किया तो वहीं सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा नाराज हो गए। कुछ गुप्त सूत्रों से पता चला है कि बाबा रामदेव से पहले रॉबर्ट वाड्रा ऐसी कंपनी खोलना चाहते थे। लेकिन उन्हें ठेका नहीं मिला।
ठेका न मिलने पर वाड्रा ने आरोप लगाया है कि अमित शाह के कहने पर पीएम मोदी ने उन्हें ठेका नहीं दिया। आरोप के मुताबिक शाह ने ठेके वाली फाइल को चाय के कप के नीचे छुपा दिया था, इसलिए मोदी फाइल को देख ही नहीं सके।
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि हरियाणा में खरीदी गई जमीन पर वाड्रा देश के युवाओं को ट्रेनिंग देते, जिससे युवाओं को रोजगार मिलता। लेकिन भाजपा के नेताओं ने उनके इरादों पर पानी फेर दिया। कांग्रेस पार्टी ने बाबा रामदेव को ठेका मिलने पर सवाल उठाए हैं। ठीक सा मौसम देखकर पार्टी के कई युवा नेता धरने पर बैठेंगे।
धरने के दौरान कुछ मिनटों के लिए राहुल गांधी भूख हड़ताल भी कर सकते हैं। पार्टी का कहना है कि ये सुरक्षा कंपनी युवाओं के लिए बनाई गई है। राहुल गांधी देश के सबसे युवा नेता हैं। इसलिए इस कंपनी की जिम्मेदारी हमारे दामाद को मिलनी चाहिए थी।
पार्टी प्रवक्ता ने सबूत के साथ कई कागज रखे। और इस बात को साबित करने की कोशिश की कि मोदी सरकार ने उनके साथ गलत किया। अब वाड्रा दूसरे ठेके के जुगाड़ में जुट गए हैं। देखना होगा कि क्या मोदी सरकार उन्हें कोई दूसरा ठेका देती है या नहीं।
(नोटः इस खबर का सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है। यह खबर सिर्फ आपको हंसाने के लिए लिखी गई है।)