भारत सरकार ने शरद पवार को पद्मश्री पुरस्कार देने की घोषणा की जिससे दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल आगबबूला हो गए और राजधानी में रायता फैलाने की धमकी दी। केजरीवाल ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न नहीं दिया तो धरने पर बैठेंगे। उनके मुताबिक वही भारत रत्न के काबिल हकदार हैं। केजरीवाल ने खुद को एक मजबूत इंसान बताया और कहा कि दिल्ली में इतनी ठंड के बावजूद वो मफलर नहीं पहन रहे, यह दर्शाता है कि वो कितने मजबूत हैं। इसके बावजूद मोदी सरकार ने उन्हें कोई पुरस्कार नहीं दिया। उल्टा, हमेश उनकी राह में रोड़े ही अटकाती रही। कभी जंग के जरिए तो अब बैजल को बिठा कर। मोदी पर आरोप लगाने के मामले में केजरीवाल यहीं नहीं रुके और उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में ठंड मोदी के कहने पर बढ़ाई गई है क्योंकि मोदी उन्हें मारना चाहते हैं।
केजरीवाल की मांग और धमकी पर पत्रकारों ने योग गुरू बाबा रामदेव से टिप्पणी पूछी तो उन्होंने केजरीवाल को योग करने की सलाह देते हुए कहा कि योग करने से दिमाग के अलावा शरीर भी ठीक रहता है। बाबा रामदेव ने कहा कि वह जल्द ही पंतजलि का रायता तैयार कर रहे हैं। कुछ गुप्त सूत्रों के मुताबिक बाबा रामदेव ये रायता केजरीवाल के लिए बना रहे हैं। इस रायते की खासियत होगी कि ये फैलेगा नहीं। इससे मोदी का स्वच्छ अभियान बुलेट ट्रेन की तरह दौड़ने लगेगा।
जैसे ही बुलेट ट्रेन का नाम सामने आया तो कांग्रेस ने कहा कि पहले देश की सभी ट्रेनो के नट बोल्ट टाइट करें मोदी, फिर देश के लोगों को बुलेट ट्रेन का सपना दिखाएं। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि पहले कांग्रेस राहुल गांधी के दिमाग के नट बोल्ट टाइट करें, फिर बात करें।
बाबा रामदेव के बयान पर कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि योग से कुछ नहीं होता, उन्होंने कई साल योग किया लेकिन ना ही उनके सिर के बाल उगे और ना ही आंखों की रोशनी वापस आई। ये बाबा ढोंगी है। केजरीवाल जी इसकी कोई बात ना मानें।
इस बीच, मूल मुद्दे यानी शरद पवार को पद्मश्री मिलने का विरोध किए जाने में कुमार विश्वास ने भी अरविंद केजरीवाल का साथ दिया। उन्होंने अपने ही अंदाज में दो पंक्तियां लिखींं-
कोई भ्रष्टाचारी समझता है तो कोई चोर समझता है।
लेकिन राजनीति की मजबूूरियों को बस मोदी समझता है।
(यह खबर आपको हंसने-हंसाने के लिए कोरी कल्पना के आधार पर लिखी गई है। इसे सीरियसली नहीं लें।)